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निवेशकों के लिए पैसों की साक्षरता क्यों जरूरी है, बताया सेबी प्रमुख अजय त्यागी ने
अजय त्यागी, सेबी चेयरमैन

सेबी के अध्यक्ष अजय त्यागी ने महाराष्ट्र के पातालगंगा में  कहा कि पूंजी बाजार में और अधिक निवेशकों को लाने के लिए कर रियायत नहीं बल्कि वित्तीय जागरूकता की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को :वित्तीय रूप से: जागरूक बनाया जाना चाहिए। सभी लोगों को साथ लेकर चलना और उन्हें बाजार की संभावना समझने में मदद करना एक बड़ी जिम्मेदारी है। ’’ त्यागी नवी मुम्बई के समीप पातालगंगा में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सेक्युरिटीज मार्केट्स में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग कहते हैं कि लोगों को पूंजी बाजार में निवेश करने के वास्ते आकषिर्त करने के लिए कर के संदर्भ में कुछ सहयोग होना चाहिए। मैं इसका समर्थन नहीं करता। ’’ उन्होंने कहा कि देशभर में वित्तीय साक्षरता फैलाना बहुत अहम है । उन्होंने कहा, ‘‘भारत एक विशाल देश है और यदि कुछ ही क्षेत्रों से सहभागिता है तो यह कुछ न कुछ तो सही नहीं है। ’’ वरिष्ठ आईएएस अधिकारी त्यागी ने कहा कि खाली मुम्बई और अहमदाबाद के लोगों को ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों को पूंजी बाजार में निवेश करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘वित्तीय शिक्षा एवं जागरूकता व्यक्तियों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने, विभिन्न वित्तीय उत्पादों से जुड़े जोखिमों को समझने और अंतत: अपने वित्तीय कल्याण में योगदान देने की योजना तैयार करने में मदद पहुंचाती हैं। ’’
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Rajanish Kant रविवार, 23 अप्रैल 2017
सेबी के निदेशक मंडल की बैठक बुधवार को, जानिए किन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा
पूंजी बाजार नियामक सेबी के निदेशक मंडल की बुधवार को बैठक होने वाली है। अजय त्यागी  का एक मार्च को सेबी प्रमुख बनने के बाद उनकी अगुवाई में यह पहली बैठक होगी।  

माना जा रहा है कि सेबी शेयर बाजार में विवादास्पद पी-नोट के जरिये कालाधन के प्रवाह पर लगाम लगाने के लिये कड़े नियम लाएगा। साथ ही इलेक्ट्रानिक बटुए के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश के लिये कदम उठाएगा।


इसके अलावा सेबी इस सप्ताह जिंस डेरिवेटिव बाजार में विकल्प कारोबार की अनुमति के लिये नये नियमों पर विचार करेगा। साथ ही विदेशी निवेशकों के पंजीकरण तथा शेयर एवं जिंसों में कारोबार के लिये ब्रोकरो को साझा लाइसेंस के लिये नियमों को आसान बनाने पर गौर करेगा।


सेबी निदेशक मंडल अन्य सुधार उपायों के अलावा बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों को उन कंपनियों में शेयर लेने से जुड़े नियम को आसान बनाने पर विचार करेगा जिन्होंने उससे कर्ज ले रखा है। इसके लिये कर्ज को इक्विटी में बदलने की अनुमति दी जा सकती है। फंसे कर्ज की समस्या से निपटने के लिये इस कदम को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


बैठक में बड़ी कंपनियों से संबंधित लंबित जांच और मामलों का भी जायजा लिया जाएगा और अर्ध-न्यायिक मामलों से निपटने के लिये एक आंतरिक दिशानिर्देश नोट जारी करने पर विचार किया जाएगा। इसके अलावा शेयर बाजारों द्वारा शेयर कीमत में गड़बड़ी पर लगाम लगाने के लिये निगरानी उपायों को और बेहतर बनाने पर भी विचार किया जाएगा।


त्यागी बाजार के समक्ष मुद्दों के बारे में जानकारी लेने के इरादे से पूंजी बाजार से संबद्ध विभिन्न पक्षों के साथ बैठक करते रहे हैं। इस प्रकार की बातचीत कल भी होनी है।


सेबी पार्टिसिपेटरी नोट :पी नोट: से निपटने के लिये नये दिशानिर्देश पर विचार करेगा। ऐसा माना जाता है कि विदेशों से कालाधन लाने में इस मार्ग का उपयोग किया जाता है।

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