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Atal Pension Yojana में बदलाव संबंधी खबर पर सरकार की सफाई

Atal Pension Yojana में बदलाव संबंधी खबर पर सरकार की सफाई

Rajanish Kant शुक्रवार, 7 सितंबर 2018
अटल पेंशन योजना की लांचिंग के 3 साल पूरे, 1 करोड़ से ज्यादा सदस्य बने, सभी बैंक और डाकघर में खुलवा सकते हैं खाता
(सौ. पीबीआई)
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के 3 साल पूरे होने पर इस स्‍कीम के सदस्‍यों की संख्‍या 1 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। एपीवाई का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने 9 मई, 2015 को कोलकाता में आयोजित एक समारोह में किया था। वर्तमान में इस योजना के सदस्‍यों की संख्‍या कुल मिलाकर 1.10 करोड़ है।





भारत सरकार द्वारा देश के नागरिकों के लिए घोषित की गई गारंटीड पेंशन वाली इस स्‍कीम अर्थात अटल पेंशन योजना के तहत असंगठित क्षेत्र के उन कामगारों पर फोकस किया जाता है, जिनकी हिस्‍सेदारी कुल श्रम बल में 85 प्रतिशत से भी अधिक है। अटल पेंशन योजना के तहत 60 साल की उम्र पूरी होने पर प्रति माह 1000 रुपये या 2000 रुपये अथवा 3000 रुपये या 4000 रुपये अथवा 5000 रुपये की गारंटीड न्‍यूनतम पेंशन मिलेगी जो सदस्‍यों द्वारा किए जाने वाले अंशदान पर निर्भर करेगी। संबंधित सदस्‍य की पत्‍नी/पति भी पेंशन पाने का हकदार है और नामित व्‍यक्ति को संचित पेंशन राशि दी जाएगी।
अटल पेंशन योजना की लांचिंग के तीन साल पूरे होने के अवसर पर पेंशन कोष नियामक विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग के सहयोग से देश भर में ‘एपीवाई निर्माण दिवस’  के नाम से एक व्‍यापक पहुंच अभियान आयोजित किया, ताकि बैंकों और डाक विभाग द्वारा एपीवाई में नामांकन में वृद्धि की जा सके।
एपीवाई के तहत ग्राहक आधार कई गुना बढ़कर वर्तमान स्‍तर पर पहुंचा है और एपीवाई की पेशकश सभी बैंकों और डाकघरों द्वारा की जाती है। अब तक अटल पेंशन योजना के तहत 3950 करोड़ रुपये का अंशदान एक‍त्र हुआ है। इस योजना ने अपने शुभारंभ से लेकर मार्च 2018 तक लगभग 9.10 प्रतिशत का सीएजीआर सृजित किया है।

एपीवाई के कुल सदस्‍यों की दृष्टि से शीर्ष राज्‍य निम्‍नलिखित हैं:-

क्रम संख्‍याराज्‍य का नामएपीवाई के सदस्‍यों की संख्‍या
1उत्तर प्रदेश1,401,631
2बिहार1,061,660
3तमिलनाडु814,917
4महाराष्‍ट्र758,695
5कर्नाटक686,504
6आंध्र प्रदेश653,404
7पश्चिम बंगाल551,471
8मध्‍य प्रदेश498,111
9राजस्‍थान497,962
10गुजरात486,465

Rajanish Kant बुधवार, 16 मई 2018
सस्ता, सुरक्षित और भरोसेमंद पेंशन स्कीम; 100% safe & Guaranteed Pension ...


सस्ता, सुरक्षित और भरोसेमंद पेंशन स्कीम; 100% safe & Guaranteed Pension ...

Rajanish Kant गुरुवार, 26 अप्रैल 2018
अटल पेंशन योजना के तहत करीब 98 लाख लोगों ने खाता खुलवाये: सरकार

अटल पेंशन योजना (एपीवाई) को देश भर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में एपीवाई सेवा प्रदाताओं द्वारा क्रियान्‍वित किया जा रहा है जिनमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (पीएसबी), निजी क्षेत्र के बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक (आरआरबी), सहकारी बैंक और डाक विभाग शामिल हैं। 12 अप्रैल, 2018 तक एपीवाई के तहत पंजीकृत सदस्‍यों की कुल संख्‍या बढ़कर 97.60 लाख से भी ऊपर चली गई है।
इस योजना में भारत सरकार द्वारा उन लोगों के लिए सह-योगदान किया जाता है जिन्‍होंने 31 मार्च, 2016 से पहले इसमें पंजीकरण कराया है। इसमें भारत सरकार का योगदान संबंधित सदस्‍यों के योगदान का 50 प्रतिशत होता है जो अधिकतम 1000 रुपये होता है। ये सदस्‍य वर्ष 2015-16 से लेकर वर्ष 2019-20 तक के पांच सालों की अवधि के लिए सह-योगदान के पात्र होंगे। केवल वे ही सदस्‍य भारत सरकार के सह-योगदान के पात्र होंगे जो आयकर अदा नहीं करते हैं और जो किसी भी अन्‍य सामाजिक सुरक्षा योजना से लाभ नहीं उठा रहे हैं।
उपर्युक्‍त तथ्‍यों को ध्‍यान में रखते हुए पीएफआरडीए के जरिए भारत सरकार ने लगभग 14 लाख पात्र सदस्‍यों हेतु वित्त वर्ष 2016-17 के लिए सह-योगदान के रूप में 120.92 करोड़ रुपये जारी किए हैं। ऐसे सदस्‍य जिनके एपीवाई खाते में मार्च 2017 तक कुछ भी योगदान अथवा अंशदान लंबित है उसका भुगतान सह-योगदान के तहत नहीं किया जाएगा। इस तरह के सदस्‍यों को पीएफआरडीए ने अपने एपीवाई खाते को नियमित करने की सलाह दी है, ताकि भारत सरकार की ओर से सह-योगदान प्राप्‍त किया जा सके। भारत सरकार की ओर से सह-योगदान केवल तभी देय होता है जब संबंधित खाते नियमित और स्वीकार्य हों। भारत सरकार की ओर से सह-योगदान को संबंधित सदस्‍यों के बचत बैंक खाते में डाला जाता है।
अटल पेंशन योजना के तहत सदस्‍यों को 60 साल की उम्र से प्रति माह 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की न्‍यूनतम गारंटीड पेंशन दी जाती है।  

121 crores released towards Government of India co-contribution in Atal Pension Yojana (APY); Total number of subscribers registered under APY as on 12th April 2018 has crossed 97.60 lakhs.
Atal Pension Yojana (APY) is being implemented through the APY Service Providers comprising of Public Sector Banks(PSBs), Private Sector Banks, Regional Rural Banks (RRBs), Cooperative Banks and Department of Post both in urban and rural areas across the country. The total number of subscribers registered under APY as on 12th April 2018 has crossed 97.60 lakhs.
The scheme provides for a co-contribution from Government of India for those who have registered before 31/3/2016 with an amount of 50% of the subscribers contribution up-to a maximum of Rs. 1000/- and these subscribers will be eligible for co-contribution for a period 5 years from 2015-16 to 2019-20 only those subscribers who are not income tax payers and not part of any other social security schemes are eligible for Government of India co-contribution.
Keeping in view the above, the Government of India through PFRDA has released co-contribution for the FY 2016-17 for nearly 14 lacs eligible subscribers amounting to Rs. 120.92 crores. The Subscribers who have any pending contributions in their APY account till March 2017 won't be paid with co-contribution. They have been advised by PFRDA to regularize their APY account so as to get Government of India co-contribution. Government of India co-contribution is payable only when accounts are regular and the admissible Government of India co-contribution is paid into the Savings Bank account of the Subscribers.
Atal Pension Yojana provides minimum guaranteed pension ranging between Rs. 1000/- to Rs. 5000/- per month for the subscriber from the age of 60 years.
(Source: pib.nic.in)


Rajanish Kant मंगलवार, 17 अप्रैल 2018
अटल पेंशन योजना के लिए भी 'आधार' जरूरी हुआ
अगर आप अटल पेंशन योजना में पैसे लगा रहे हैं तो अपने इस खाते को आधार नंबर से लिंक करवा दीजिए। इस बारे में पेंशन फंड रेगुलेटरी पीएफआरडीए ने नई गाइडलाइंस जारी की है। इसके लिए एक जनवरी 2018 से अटल पेंशन योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वालों को अपना आधार नंबर देना होगा। रेगुलेटर ने इसके लिए नए रजिस्ट्रेशन फॉर्म में बदलाव भी कर दिया है। 
पेंशन फंड स्कीम में बैंकों के जरिए निवेश हो सकता है। नए फॉर्म में लिखा गया है कि निवेश करने वाला व्यक्ति पीएफआरडीए को आधार डिटेल्स प्रयोग करने का अधिकार देता है। इसके लिए एक आधार कंसेंट फॉर्म भी जारी कर दिया गया, जिसके तहत इस स्कीम में पहले से निवेश करने वालों को आधार लिंक करना होगा। 

आपको बता दें कि सरकार ने पहले ही बैंक खाते, पैन नंबर, म्युचुअल फंड खाते, मोबाइल नंबर, इंश्योरेंस पॉलिसी, डाकघर बचत योजनाओं, कई सरकारी सेवाओं का लाभ लेने के लिए आधार नंबर देना अनिवार्य बना दिया है। 

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Rajanish Kant शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017
समाज के बड़े तबका का अब भी पेंशन सुविधा से वंचित रहना चिंताजनक-पीएफआरडीए
69 लाख से भी अधिक ग्राहक 2690 करोड़ रुपये के अंशदान के साथ अटल पेंशन योजना में शामिल हुए 

वित्‍तीय सेवा विभाग में सचिव ने कहा, ‘पेंशन कवरेज बढ़ाने की अब भी व्‍यापक गुंजाइश’ 
भारत में पेंशन कवरेज लगभग 12 प्रतिशत है 
अटल पेंशन योजना में फिलहाल 2690 करोड़ रुपये के अंशदान के साथ 69 लाख से भी ज्‍यादा ग्राहक हैं। पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के अध्‍यक्ष श्री हेमंत जी. कांट्रैक्‍टर ने, हालांकि, हाल ही में अटल पेंशन योजना पर आयोजित एक सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए भारत में पेंशन कवरेज बढ़ाने की जरूरत पर विशेष बल दिया। इस सम्‍मेलन का आयोजन पीएफआरडीए द्वारा राष्‍ट्रीय राजधानी में किया गया, जिसमें सभी प्रमुख बैंकों के साथ-साथ एनपीसीआई, एससीएचआईएल, सिडबी, एक्‍सेस एसिस्‍ट और कुछ प्रमुख माइक्रोफाइनेंस संस्‍थानों (एमएफआई) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

श्री कांट्रैक्‍टर ने कहा कि समाज का एक बड़ा तबका अब भी पेंशन सुविधा से वंचित है और यह पीएफआरडीए तथा सरकार के लिए चिंता का विषय है। पीएफआरडीए द्वारा आयोजित एक प्रति‍योगिता के विजेताओं को बधाई देते हुए अध्‍यक्ष ने कहा कि अटल पेंशन योजना (एपीवाई) ने लक्षित ग्राहकों को अपने दायरे में लाने में उल्‍लेखनीय प्रगति की है, लेकिन इस दिशा में अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए पात्र माने जाने वाली आबादी का औसतन दो प्रतिशत से भी कम हिस्‍सा फिलहाल एपीवाई के दायरे में आ चुका है। अत: बड़ी संख्‍या में लोगों को वृद्धावस्‍था में नि‍यमित रूप से आमदनी मुहैया कराने के लिए अब भी बहुत कुछ करना होगा।

इस अवसर पर वित्‍तीय सेवा विभाग (डीएफएस) में सचिव श्री राजीव कुमार का एक वीडियो संदेश दिखाया गया। श्री राजीव कुमार ने कहा है कि अटल पेंशन योजना वित्तीय समावेश और वित्तीय सुरक्षा के तहत भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है। भारत में पेंशन कवरेज लगभग 12 प्रतिशत है और बैंकों तथा अन्य हितधारकों को इस योजना के तहत कवरेज और ज्यादा बढ़ाने की दिशा में काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत हो रही प्रगति पर डीएफएस करीबी नजर रख रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत बैंकों के लिए तय लक्ष्य पूरे की जानी चाहिए। उन्होंने पीएफआरडीए द्वारा अटल पेंशन योजना के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म यथा ई-एपीवाई उपलब्ध कराए जाने के बारे में भी अपने विचार व्यक्त किए। श्री राजीव कुमार ने संबंधित अभियानों के तहत बढ़िया प्रदर्शन के लिए बैंकों को बधाई दी और उनसे इस दिशा में अपने कार्य आगे भी जारी रखने का अनुरोध किया। 

Rajanish Kant मंगलवार, 17 अक्तूबर 2017
अटल पेंशन योजना पर लोगों का भरोसा बढ़ा, तीन लाख से ज्यादा ने खुलवाये खाते


अटल पेंशन योजना 62 लाख नामांकन के साथ प्रगति की ओर अग्रसर 
एक राष्‍ट्र एक पेंशन के अंतर्गत कुल 3.07 लाख अटल पेंशन योजना (एपीवाई) खाते हो गए हैं। इस अभियान के तहत बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक भारतीय स्‍टेट बैंक शामिल है जिसमें शानदार 51 हजार एपीवाई खाते हैं। अन्य प्रमुख बैंक जैसे केनरा बैंक में 32,306 और आंध्रा बैंक में 29,057 एपीवाई खाते हैं जबकि अन्‍य निजी श्रेणी के बैंकों में कर्नाटक बैंक में 2,641 एपीवाई खाते हैं। आरआरबी श्रेणी में इलाहाबाद, उत्‍तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में 28,609 खाते हैं। इसके बाद मध्‍य बिहार ग्रामीण बैंक में 5,056, बड़ौदा उत्‍तर प्रदेश ग्रामीण बैंक में 3,013, काशी गोमती संयुक्‍त ग्रामीण बैंक में 2,847 और पंजाब ग्रामीण बैंक में 2,194 एपीवाई खाते हैं।
बचत बैंक खातों सहित विभिन्‍न वित्‍तीय सुविधाओं पर ब्‍याज दर कम हो रहा है ऐसे समय में पेंशन योजना के रूप में अटल पेंशन योजना ग्राहकों के लिए गांरटीड 8 प्रतिशत दर से रिटर्न सुनिश्चित करता है और इस योजना में 20 से 42 वर्ष के लिए निवेश करने पर परिपक्‍वता के समय रिटर्न दर आठ प्रतिशत से अधिक रहने पर उच्‍च आय का अवसर भी उपलब्‍ध होता है। नामांकन बढ़ने से संपत्तियों का वित्‍तीयकरण होता है और लोग पेंशन सुविधाओं की ओर आकर्षित होते है जो भारत सरकार ग्राहक, उसके जीवन साथी और ग्राहक द्वारा नामित व्‍यक्ति को निश्चित रिटर्न गारंटी देती है।
 पेंशन कोष नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) के सहयोग से वित्‍तीय सेवा विभाग ने कई एपीवाई अभियान आयोजित किए हैं, जिनके माध्‍यम से एपीवाई सेवा प्रदाता बैंक और डाक विभाग किसी भी पेंशन योजना के त‍हत कवर नहीं किए गए लोगों के पास जाकर एपीवाई योजना की विशेषताओं और लाभों की जानकारी देते हैं तथा इस योजना में नामांकन करने के लिए उन्‍हें  प्रोत्‍साहित करते हैं। पीएफआरडीए ने एपीवाई सेवा प्रदाता बैंकों के साथ मिलकर देशभर में 2 से 19 अगस्‍त, 2017 तक राष्‍ट्रीय स्‍तर पर पेंशन जागरूकता अभियान ‘एक राष्‍ट्र एक पेंशन’ आयोजित किया था। योजना शुरू होने के दो वर्ष बाद अब तक 62 लाख ग्राहक अटल पेंशन योजना के सदस्‍य बने हैं।
 पीएफआरडीए का उद्देश्‍य किसी भी पेंशन योजना के अंतर्गत कवर नहीं किए गए अधिकतम लोगों को एपीवाई योजना के तहत कवर करना है ताकि भारत एक राष्‍ट्र के रूप में पेंशन रहित से पेंशन भोगी समाज बने और नागरिक अपनी वृद्धावस्‍था में सम्‍मानपूर्वक जीवन जी सके।                     (Source; pib.nic.in)

Rajanish Kant बुधवार, 30 अगस्त 2017
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) के बारे में जरूरी जानकारी
अटल पेंशन योजना (एपीवाई) को अब डिजिटल रूप से सब्सक्राइब किया जा सकता है

ई-एनपीएस चैनल (“APY@eNPS") में पूरी तरह से डिजिटल नामांकन प्रक्रिया शामिल है
            पेंशन निधि नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीएने “APY@eNPS" को शुरू कर दिया है, जिसमें सम्‍पूर्ण डिजिटल नामांकन प्रक्रिया शामिल है। अटल पेंशन योजना के विस्‍तार के लिए पीएफआरडीए ने जो विभिन्‍न कदम उठाये हैं, उसकी यह अद्यतन श्रेणी है। इसके तहत लोगों को ज्‍यादा आसानी होगी। पीएफआरडीए ने कोलकाता, बेंगलूरू और मुम्‍बई के बैंकों तथा डाक विभागों के साथ बैठकें की हैं।
            पीएफआरडीए के सीजीएम श्री ए.जी.दास ने अभी हाल में मुम्‍बई में आयोजित एक बैठक को संबोधित किया, जिसमें बैंकों और डाक विभागों के आईटी विभाग/नोडल अधिकारियों ने हिस्‍सा लिया। पीएफआरडीए ने सेवा प्रदाताओं को एपीवाई के अंतर्गत APY@eNPS के प्‍लेटफार्म की जानकारी दी। इस अवसर पर 45 से अधिक बैंक अधिकारी उपस्थित थे। एपीवाई सेवा प्रदाताओं को APY@eNPS के चैनल को 30 जून, 2017 के पहले विकसित करने के बारे में बताया गया।

http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jun/i201761607.jpg

05 जून, 2017 को बेंगलूरू में आयोजित बैठक

http://pibphoto.nic.in/documents/rlink/2017/jun/i201761608.jpg

09 जून, 2017 को मुम्‍बई में आयोजित बैठक

            एपीवाई को प्रधानमंत्री द्वारा मई, 2015 को शुरू किया गया था और यह 01 जून, 2015 से चालू हो गई थी। एपीवाई 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के सभी भारतीय नागरिकों के लिए उपलब्‍ध है। एपीवाई के अंतर्गत सभी सब्‍सक्राइबरों को 1,000 रूपये, 2,000 रूपये, 3,000 रूपये,4,000 रूपये और 5,000 रूपये की न्‍यूनतम गारंटीशुदा पेंशन 60 वर्ष की आयु से मिलेगी। यह पेंशन एपीवाई में शामिल होने के समय और उनके योगदान के अनुरूप होगी।
एपीवाई सब्‍सक्राइबरों का आधार 54 लाख अधिक सब्‍सक्राइबरों का है। एपीवाई निजी प्रबंधकों ने 13.91 प्रतिशत का रिटर्न सृजित किया है। 
(स्रोत-पीआईबी)

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'




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((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

Rajanish Kant शुक्रवार, 16 जून 2017