आरबीआई ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए एनबीएफसी यानी गैर-वित्तीय कंपनियों र माइक्रो फाइनेंस संस्थाओं (एमएफआई) के लिए बेस रेट तय कर दिया है।यह रेट 9.22 प्रतिशत तय किया गया है। मतलब, अगर आप इन संस्थाओं से इस तिमाही के दौरान कर्ज लेते हैं तो आपको 9.22 प्रतिशत ब्याज देना होगा।
आपको बता दूं कि आरबीआई हर तिमाही के आखिरी दिन अगली तिमाही के लिए बेस रेट का निर्धारण करता है।
(भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज सूचित किया है कि गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी-सूक्ष्म वित्त संस्थाओं (एनबीएफसी-एमएफआई) द्वारा वसूली जाने वाली लागू औसत उधार दर 01 जुलाई 2017 से शुरू होने वाली तिमाही के लिए 9.22 प्रतिशत है।
रिज़र्व बैंक ने ऋण के मूल्यनिर्धारण के संबंध में गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी-सूक्ष्म वित्तीय संस्थाओं को 7 फरवरी 2014 को जारी अपने परिपत्र में कहा था कि रिज़र्व बैंक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी-सूक्ष्म वित्तीय संस्थाओं द्वारा आगामी तिमाही में अपने उधारकर्ताओं से ली जाने वाली ब्याज दर के प्रयोजन के लिए सबसे बड़े पांच वाणिज्यिक बैंकों की औसत आधार दर प्रत्येक तिमाही के अंतिम कार्यदिवस पर सूचित करेगा।)
एनबीएफसी-माइक्रोफाइनेंस संस्थाओं के लिए जुलाई-सितंबर का बेस रेट तय
Rajanish Kant
शुक्रवार, 30 जून 2017