Results for "ETF"
Bitcoin में पैसा लगाने वाले जरूर देखें
US Regulator SEC approves Bitcoin ETFs, Boosting Cryptocurrency Market. बिटकॉइन में पैसा लगाने वालों के लिए नए साल में अमेरिका से बड़ा तोहफा मिला है। ये तोहफा क्या है और बिटकॉइन में पैसा लगाने वालों को इससे क्या फायदा होगा, ये सब जानने के लिए इस एपिसोड को अंत तक देखें।



('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'

((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 





Plz Follow Me on: 

-Videos on IPO, share market: -Videos on Mutual Fund -Insurance हर किसी के लिए क्यों जरूरी पर Video -Videos on FD/RD,Bank,Post office -Videos on Home Loan, Home -Videos on PF, Pension Scheme, Retirement Fund -Videos on Children & Women's Fin. Planning -Videos on Savings, Investment, Fin.Literacy, Fin.Planning -Income Tax & How to save Tax पर Video -Video on Gold & Silver Investment; सोना और चांदी में निवेश पर वीडियो -Videos on Bitcoin, Cryptocurrency investment -Video on Commodities - Money, investment, savings in Marathi (beyourmoneymanagerMarathi)


A: My Youtube Channels:
1) beyourmoneymanager
2)beyourmoneymanagermarathi
3)RangaRang India
4)Sadabahar Romantic Raja

5)Housing Society Solutions


1)Hindi website on Money- 


 

Rajanish Kant गुरुवार, 11 जनवरी 2024
निवेशकों ने Gold ETF (गोल्ड ईटीएफ) को भाव नहीं दिया, जानिये 5 कारण


गोल्ड ईटीएफ म्युचुअल फंड स्कीम है। शेयर की तरह इसे भी आप खरीद-बेच या होल्ड कर सकते हैं। निवेशकों के लिए सोने में निवेश का ये काफी आकर्षक और आसान निवेश साधन रहा है। लेकिन, पिछले साल यानी 2022 में निवेशकों ने इस कागजी सोने को भाव नहीं दिया। इसका प्रमाण है कि घरेलू गोल्ड ईटीएफ में पिछले साल उसके पिछले साल यानी 2021 के मुकाबले 90 प्रतिशत कम निवेश होना। 

पिछले साल गोल्ड ईएटीएफ में  केवल 459 करोड़ रुपए का ही निवेश हुआ है, जबकि 2021 में ये आंकड़ा 4814 करोड़ और 2020 में 6,657 करोड़ रुपए था। एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (Amfi) ने इसकी जानकारी दी। 

गोल्ड ईटीएफ में निवेश में आई कमी के लिए सोने की बढ़ती कीमत, बैंक द्वारा जमा राशि पर बढ़ाए जा रहे ब्याज और लगातार बढ़ती महंगाई को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। वैश्विक स्तर पर बात करें तो रूस-यूक्रेन युद्ध और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा प्रमुख दरों में बढ़ोतरी गोल्ड ईटीएफ में निवेश में आई कमी का कारण बताया जा रहा है। 

हालांकि, 2022 में गोल्ड ईटीएफ खाता, जिसे तकनीकी भाषा में फोलियो कहा जाता है, 2021 के मुकाबले ज्यादा संख्या में खुले हैं। 2022 में 46.28 लाख नए गोल्ड ईटीएफ फोलियो खुले, जो कि 2021 के 32.09 लाख फोलियो के मुकाबले 14.29 लाख ज्यादा है। इससे जाहिर होता है कि गोल्ड से जुड़े फंड्स में निवेशकों की रुचि बढ़ रही है। 

2022 में घरेलू निवेशकों ने दूसरे निवेश साधन के मुकाबले इक्विटी में ज्यादा निवेश किया है। घरेलू निवेशकों ने इक्विटी में 1.6 लाख करोड़ रुपए निवेश किया, जबकि 2021 में 96,700 करोड़ रुपए का ही निवेश हुआ था। 

((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 





Plz Follow Me on: 


Rajanish Kant सोमवार, 23 जनवरी 2023
मंत्रिमंडल ने बांड में निवेश किए जाने वाले ईटीएफ की मंजूरी दी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी की अध्‍यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) बनाने और इसकी शुरुआत करने को मंजूरी दे दी है। इसे केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (सीपीएसयू), केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रमों (सीपीएसई), केंद्रीय सार्वजनिक वित्तीय संस्थानों (सीपीएफआई) और दूसरे सरकारी संगठनों के लिए पूंजी के अतिरिक्त स्रोत के तौर पर लाया गया है। भारत बॉन्ड ईटीएफ देश में पहले कार्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ होगा।  
भारत बॉन्ड ईटीएफ की विशेषताएं:
ईटीएफ सीपीएसई/सीपीएसयू/सीपीएफआई/दूसरे सरकारी संगठनों के बॉन्ड (शुरुआत में सभी एएए बॉन्ड ) के बॉन्डस की बास्केट होगा।
·         विनिमय पर व्यापार योग्य।
·         1,000 रुपये की छोटी ईकाई।
·         पारदर्शी एनएवी (दिनभर एनएवी का सामयिक लाइव)।
·         पारदर्शी पोर्टफोलियो (वेबसाइट पर रोजाना प्रकाशन)।
·         कम लागत (0.0005%)
भारत बॉन्ड ईटीएफ का ढांचाः
·         प्रत्येक ईटीएफ की एक निर्धारित परिपक्वता तिथि होगी।
·         ईटीएफ जोखिम पुनरावृत्ति के आधार पर बुनियादी सूचकांक पर नजर रखेगा यानी क्रेडिट गुणवत्ता और सूचकांक की औसत परिपक्वता का मिलान करेगा।
·         सीपीएसई, सीपीएसयू, सीपीएफआई अथवा दूसरे सरकारी संगठनों के बॉन्ड्स के ऐसे पोर्टफोलियो में निवेश करेगा, जो ईटीएफ की परिपक्वता अवधि से पहले अथवा उसी समय परिपक्व होंगे।
·         अभी तक इसमें दो परिपक्वता श्रेणियां है – तीन एवं 10 वर्ष। प्रत्येक श्रेणी में उसी परिपक्वता श्रेणी का एक अलग सूचकांक होगा।
सूचकांक की कार्यप्रणालीः
·         सूचकांक का निर्माण एक स्वतंत्र सूचकांक प्रदाता – राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज - द्वारा किया जाएगा
·         विशिष्ट परिपक्वता वर्षों – 3 एवं 10 वर्ष को ट्रैक करने वाले विभिन्न सूचकांक।
निवेशकों को भारत बॉन्ड  ईटीएफ का लाभः
·         बॉन्ड ईटीएफ सुरक्षा (सीपीएसई और दूसरी सरकारी संस्थाओं द्वारा जारी किए गए खास बॉन्ड), नकदी (विनिमय पर व्यापार योग्य) और अनुमानित कर कुशल रिटर्न उपलब्ध कराएगा।
·         यह खुदरा निवेशकों को कम राशि के बॉन्ड्स (1,000 रुपये तक) में पहुंच उपलब्ध कराएगा, जिससे बॉन्ड बाजारों में आसान और कम लागत वाली पहुंच मिल सके।
·         यह खुदरा निवेशकों की भागीदारी को बढ़ाएगा, जो नकदी और पहुंच में बाधाओं के चलते बॉन्ड बाजारों में भागीदारी नहीं करते हैं।
·         कूपन के तौर बॉन्ड की तुलना में मामूली कर की दरों पर बॉन्ड, कर दक्षता लाते हैं। बॉन्ड  ईटीएफ सूचीकरण के लाभ के साथ होते हैंयह निवेशकों को होने वाले पूंजीगत लाभ पर टैक्स में काफी कमी लाता है।
सीपीएसई के लिए भारत बॉन्ड ईटीएफ के लाभ
·         बॉन्ड ईटीएफ सीपीएसई, सीपीएसयू, सीपीएफआई और दूसरे सरकारी संगठनों को अपनी कर्ज की जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंकिंग वित्त व्यवस्था से अलग एक अतिरिक्त स्रोत उपलब्ध कराता है।
·         यह खुदरा और एचएनआई भागीदारी के जरिये उनके निवेशकों का आधार बढ़ाता है, जिससे उनके बॉन्ड की मांग बढ़ सकती है। बॉन्ड की मांग बढ़ने के साथ इसके जारीकर्ता कम लागत पर उधार लेने में सक्षम हो सकते हैं, जिससे एक नियत समयावधि के लिए उधार लेने की उनकी लागत कम हो जाती है।
·         विनिमय पर व्यापार से बॉन्ड ईटीएफ बुनियादी बॉन्ड्स के लिए बेहतर कीमत का पता लगाने में मदद करेगा।
·         चूंकि सीपीएसई की उधार की जरूरतों का आकलन करने के लिए प्रत्येक वर्ष एक व्यापक ऋण कैलेंडर तैयार और अनुमोदित किया जाएगा, यह कम से कम इस निवेश की सीमा तक सीपीएसई में उधार अनुशासन को विकसित करेगा।
बॉन्ड  बाजारों पर प्रभाव
·         नियत लक्ष्य वाले परिपक्वता बॉन्ड ईटीएफ से समूचे कैंलेडर वर्ष में विभिन्न परिपक्वताओं के साथ एक मुनाफा श्रेणी और बॉन्ड ईटीएफ का सोपान बनने की उम्मीद है।
·         ईटीएफ से भारत में नए बॉन्ड ईटीएफ को लेकर एक नया ईको-सिस्टम यानी पारिस्थितिकी तंत्र – मार्केट मेकर्स, सूचकांक प्रदाता एवं निवेशकों में जागरुकता -  बनने की उम्मीद है।
·         इससे भारत में बॉन्ड ईटीएफ का दायरा बढ़ने की संभावना है। इससे व्यापक स्तर पर प्रमुख उद्देश्यों - बॉन्ड बाजारों को मजबूत बनानेखुदरा भागीदारी को बढ़ाने और उधार लेने की लागत को कम करने - को हासिल किया जा सकेगा।

सरकार ने भारत बांड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) नाम से एक साझा निवेश कोष शुरू करने प्रस्ताव को बुधवार को मंजूरी दी जिसके यूनिटों में निवेश करने वालों का पैसा सार्वजनिक उपक्रमों और सरकारी संठनों के बांड में लगाया जाएगा।


केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को यह निर्णय लिया।



फिल हाल सरकार की ओर से इस समय संचालित ईटीफ में निवशकों का पैसा चुनिंदा सरकारी कंपनियों के शेयरों में लगाया जाता है। ऐसे कोष के यूनिट शेयरबाजारों में खरीदे बेचे जा सकते हैं।



वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बांड ईटीएफ के निर्णय के बारे में कहा कि इस कोष के शुरू होने पर सरकारी कंपनियों तथा अन्य सरकारी संगठनों के लिए अतिरिक्त धन जुटाने में मदद मिलेगी।



भारत बांड ईटीएफ देश में पहला कॉरपोरेट बांड ईटीएफ होगा।



उन्होंने कहा कि इस ईटीएफ में सरकारी कंपनियों या किसी सरकारी संगठन द्वारा जारी किये गये बांड होंगे और इनका शेयर बाजारों में कारोबार किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसकी एक यूनिट का अंकित मूल्य एक हजार रुपये रखा जाएगा ताकि इसमें छोटे निवेशक भी निवेश कर सकें।



सीतारमण ने कहा कि हर ईटीएफ की परिक्वता तिथि होगी। अभी इनके लिये तीन साल और 10 साल की दो परिपक्वता श्रेणियां होंगी।



(साभार-पीटीआई भाषा)



Plz Follow Me on: 


Rajanish Kant बुधवार, 4 दिसंबर 2019
CPSE ETF में कैसे और कहां निवेश करें, जानें नफा-नुकसान

(सीनियर सिटीजन के लिए बेस्ट म्युचुअल फंड स्कीम...#ELSS #Balanced Advantage #Liquid Fund
((कितने समय के लिए निवेश करना है, उसके आधार पर जानें बेस्ट म्युचुअल फंड स्कीम
((म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((माता-पिता का आर्थिक सहारा बनें म्युचुअल फंड की मदद से, जानें कैसे
((म्युचुअल फंड को आसान बनाने के लिए सेबी का बड़ा फैसला
((म्युचुअल फंड: डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान-फायदेमंद कौन?
((वॉरेन बफेट को इंडेक्स फंड पसंद है, कहा, दूसरे निवेश में निवेशक नहीं मैनेजर अमीर बनते हैं
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-1:What Is Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-1: म्युचुअल फंड क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-2: Investment of Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-2: म्युचुअल फंड का कहां निवेश होता है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-3:Benefits of Investment in Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-3: म्युचुअल फंड में निवेश के फायदे
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-4: म्युचुअल फंड में निवेश किसके जरिये करें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-5: Role of MF Trustee
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-5: म्युचुअल फंड ट्रस्टी की भूमिका
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-6: What Is Asset Management Company
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-6: परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) का क्या काम है)
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-7: एनएवी क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-7: What is NAV
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-8: ऑफर डॉक्यूमेंट, क्लोज्ड एंडेड फंड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-8: Know about Offer Document, Close Ended Fund
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-10: रिडेंप्शम मूल्य, पुनर्खरीद मूल्य क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-10: What is Redemption&Repurchase Price
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-11: फोलियो नंबर के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-11: What is Folio Number
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-12: जानें बैलेंस्ड फंड, फंड ऑफ फंड्स, टैक्स सेवर फंड्स के बारे में
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-12: Meaning of Balance Fund, Fund Of Funds&Tax Saver Fund
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-13: गिल्ट फंड्स, एफएमपी, गोल्ड ईटीएफ क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-13: What is Gilt Funds,FMPs, GoldETFs((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-14:  एनएफओ, एंट्री या फ्रंट लोड,  एग्जिट या बैंकएंड लोड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-14: Know about NFO, Entry or Front Load &
Exit or Back-end Load
((बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में महंगाई विलेन बने, तो क्या करें
म्युचुअल फंड में पैसे लगाएं, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के तनाव से बचें html
((म्युचुअल फंड में पैसे लगाइए, टैक्स बचाइए; जानें क्यों और कैसे होगा फायदा
((म्युचुअल फंड के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग पूरी करें
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2
(म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?
((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से
((What Is FMPs (Fixed Maturity Plans)
एफएमपी (फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान्स) क्या है
((म्युचुअल फंड कंपनियों की सूची

((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस

((डॉक्टर कैसे ठीक रखें फाइनेंशियल सेहत

((शादी की खुशी में फाइनेंशियल प्लानिंग करना कहीं भूल तो नहीं गए

((म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((म्युचुअल फंड क्या है, इसमें निवेश के 10 फायदे... What is Mutual Fund, 10 Benefiेts of MF Investment

((टैक्स बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो ELSS है ना...जानें 7 खास बातें ELSS की

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


Plz Follow Me on: 

CPSE ETF में कैसे और कहां निवेश करें, जानें नफा-नुकसान

Rajanish Kant सोमवार, 22 जुलाई 2019