Results for "Credit policy"
RBI ने ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया, SLR में कटौती,आर्थिक वृद्धि अनुमान में की कमी
रिजर्व बैंक की मौद्रिक पॉलिसी समिति ने 6 और 7  जून 2017 की बैठक के बाद रेपो रेट 6.25% पर और रिवर्स रेपो रेट  6% पर स्थिर रखा है। हालांकि, समिति ने एसएलआर को 0.50 प्रतिशत कम करते हुए इसे 20 प्रतिशत कर दिया है। नया एसएलआर 24 जून से लागू होगा।

मौद्रिक पॉलिसी समिति की बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि नीतिगत दरों में कटौती पर फैसला लेने के लिए आगे आने वाले आंकड़ों का इंतजार किया जाएगा। साथ ही इस बात पर भी सहमति बनी कि घरेलू इकोनॉमी की सेहत ठीक करने के लिए निजी निवेश को बढ़ाने, बैंकिंग सेक्टर की हालत सुधारने और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के रास्ते में आने वाली बाधाओं को दूर करने की जरूरत है।

रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2017-18 की पहली छमाही में महंगाई दर 2-3.5 प्रतिशत और दूसरी छमाही में 3.5-4.5 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान लगाया है। रिजर्व बैंक ने इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि के अनुमान को भी 7.4 प्रतिशत से घटा कर 7.3 प्रतिशत कर दिया.

RBI की इस बैठक का मिनट्स 21 जून को प्रकाशित होगा,जबकि मौद्रिक पॉलिसी समिति की अगली बैठक 1 और 2 अगस्त को होगी।

Second Bi-monthly Monetary Policy Statement, 2017-18 
रिवर्स रेपो रेट को ऐसे समझिए: बैंकों के पास दिन भर के कामकाज के बाद बहुत बार एक बड़ी रकम शेष बच जाती है। बैंक वह रकम अपने पास रखने के बजाय रिजर्व बैंक में रख सकते हैं, जिस पर उन्हें रिजर्व बैंक से ब्याज भी मिलता है। जिस दर पर यह ब्याज मिलता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।

वैसे कई बार रिजर्व बैंक को लगता है कि बाजार में बहुत ज्यादा नकदी हो गई है तब वह रिवर्स रेपो रेट में बढ़ोतरी कर देता है। इससे होता यह है कि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए अपना पैसा रिजर्व बैंक के पास रखने लगते हैं।

रिजर्व बैंक की प्रमुख दरें:
रेट                                           पुराना रेट ( %)              मौजूदा रेट ( %)
>रेपो रेट:                                              6.25                 6.25
----------------------------------------------------------------------------------------
>रिवर्स रेपो रेट:                                      5.75                6.00
----------------------------------------------------------------------------------------
>मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट (MSF):  6.75               6.50
-------------------------------------------------- -----------------------------------------            
>कैश रिजर्व रेश्यो (CRR):                        4                      4.00
------------------------------------------------------------------------------------------
>बैंक रेट:                                               6.75                    6.50
---------------------------------------------------------------------------------------------
>SLR:                                                    20.50             20.00
-------------------------------------------------------- -------------------------------------
>बेस रेट        :                                  9.25 - 9.65                   9.25-9.60
-----------------------------------------------------------------------------------------------
>MCLR (Overnight) :                        7.75 -8.20                     7.75-8.20  
---------------------------------------------------------------------------------------------
>Savings Deposit Rate :                               4                                 4.00
--------------------------------------------------------------------------------------------------
>Term Deposit Rate > 1 Year :                  6.50- 7.00                          6.50-7.00
--------------------------------------------------------------------------------------------------

((5 और 6 अप्रैल 2017 की RBI मौद्रिक पॉलिसी समिति बैठक: रेपो रेट जस का तस, रिवर्स रेपो रेट 0.25% बढ़ा 
((RBI ने 7,8 फरवरी की बैठक में ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया 
(वर्ष 2017-18 में मौद्रिक नीति समिति की कब-कब बैठक होगी, जानिए बैठकों की समयसारिणी
((फाइनेंस का फंडा: भाग-21, RBI की क्या भूमिका है 
(मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के बारे में जानें  
(मौद्रिक पॉलिसी क्या है

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 


((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 


Rajanish Kant बुधवार, 7 जून 2017