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दुकानदार, किसान, सेना, और पुलिस बलों के फायदे की खबर #Pension #Modi #Kisan

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Rajanish Kant रविवार, 2 जून 2019
फौजी अपने बच्चों को फाइनेंशियली फिट कैसे रखें, A,B,C सिखाने जैसा आसान है
फौजी के बारे में आपके जेहन में कौन सी बातें आती है...उनकी मेंटल और फिजीकल फिटनेस, उनका अनुशासन, उनकी समयनिष्ठा (Punctuality),अपने काम के प्रति उनका समर्पण, देश की रक्षा तो खैर उनकी प्राथमिकता सूची में पहले पायदान पर रहती है। सवाल है कि देश के लिए इतना सब कुछ देने वाला फौजी क्या अपने बच्चों को पैसों के प्रबंधन यानी मनी मैनेजमेंट के बारे में कुछ सबक सिखा सकता है ताकि उनके बच्चे का फाइनेंशियल सफर सुहाना बन सके, उनका जीवन आसान बन सके। तो, इसका जवाब है, हां...। उनके लिए अपने बच्चों को पैसों के बारे में सबक सिखाना ए,बी, सी सिखाने जैसा ही आसान है। फौजी माता-पिता यह काम कुछ बुनियादी दिशानिर्देशों से शुरू कर सकते हैं। 

अक्सर फौजियों का तबादला एक शहर से दूसरे शहर में होता रहता है। एक शहर से दूसरे शहर में जाकर खुद और अपने परिवार की जिंदगी को व्यवस्थित करने के दौरान पैसों के संबंध में कई अहम फैसले लेने पड़ते हैं। शहर बदलते ही आपको अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करनी पड़ती है। सीमित पैसों में घर के लिए जरूरी सामान फिर से खरीदना पड़ता है, बच्चों को दूसरे स्कूल में एडमिशन कराने बगैरह का खर्च अलग। जाहिर है 
आप एक बेहतर मनी मैनेजमेंट स्किल के जरिये ही ये सारा काम कर पाते हैं। तो इससे मिले सबक को आप अपने बच्चों के साझा कर उनको फाइनेंशियल फिट रख सकते हैं। इसे आप बच्चों को मनी मैनेजमेंट सिखाने के मौके के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।  

> फौजियों के साथ-साथ उनके बच्चों में भी जबर्दस्त अनुकूलन क्षमता (Adaptility) होती है। इसका मतलब हुआ कि वे जिस शहर में जाते हैं खुद को उसके अनुरूप ढालने में उन्हें देर नहीं लगती। परिवार के मुखिया होने के नाते आपकी जिम्मेदारी बनती है कि शहर के बदलने पर आप अपने बच्चों से बात करें। उन्हें यह बताएं कि कैसे पहले वाले शहर में होने वाले खर्च के आधार पर ही नए शहर में अपनी जरूरतें पूरी  की जा सकती है। यानी शहर बदलने पर भी जीवन की लागत (Living Of Cost) नहीं बदलें, इसके बारे में अपने बच्चों को बताएं।  हो सके तो अपने बच्चों से भी इस बारे में सुझाव लें और मनी मैनेजमेंट पर उनके साथ विचार-विमर्श करें, उनका आइडिया लें। शायद बच्चों का सुझाव भी आपके काम आ जाए। इससे खर्च के प्रबंधन के बारे में आप एक-दूसरे के विचारों से अवगत हो सकते हैं। आप किसी काम के लिए  कैसे प्लान करते हैं, खर्च में कैसे कटौती करते हैं या फिर कम खर्चों में ही कोई जरूरी काम कैसे निपटा लेते हैं, ये सब आप अपने बच्चों के साथ साझा करेंगे, तो इसका फायदा आपके बच्चे भी उठा सकते हैं। घर का बजट कैसे बनाते हैं, खर्च की प्राथमिकता तय करने के तरीकों के अलावा बचत और निवेश के बारे में भी अपने बच्चों के साथ कीमती विचार साझा कर उनकी भावी जिंदगी को आसान बनाने का काम कर सकते हैं। 

> अब पूछेंगे कि किस उम्र से अपने बच्चों को पैसों के प्रबंधन के संबंध में जानकारी दी जानी चाहिए। तो इसका जवाब भी कठिन नहीं है। तीन मुख्य चरणों में आप अपने बच्चों को लगातार धन प्रबंधन की आदतों को विकसित करने में मदद करने पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। पहला चरण है पूर्व-प्राथमिक विद्यालय (आयु 3 से 5); दूसरा चरण है प्राथमिक से मिडिल स्कूल (उम्र 6 से 12); और तीसरा चरण है हाई स्कूल और युवा वयस्कता (13 और उससे अधिक की उम्र)। 

चूंकि आपका बच्चा लगातार आपके आपके खर्च, आपकी कमाई, आपके बचत और निवेश करने की आदत, आपकी उधार लेने या देने के अलावा दान से जुड़ी आपकी गतिविधियों को देखता है। ऐसे में उन्हें भी इन कामों के बारे में सोचने का मौका दें। इनमें से कुछ काम अपने बच्चों को रोजाना देकर उन्हें मनी मैनेजमेंट का अभ्यास करा सकते हैं। 

>आपके बच्चे की उम्र भले ही कम हो, लेकिन वह डिजिटल जमाने का इंसान है और तकनीक का लाभ उठाने में शायद वो आपसे कहीं आगे हो सकता है। बाजार में बच्चों को मनी मैनेजमेंट सिखाने वाले कई मोबाइल ऐप्स, वीडियो गेम मौजूद हैं। आप ऐप्स और वीडियो गेम के जरिये भी अपने बच्चों को मनी मैनेजमेंट का गुर सीखा सकते हैं। इसके साथ ही किड्स मनी मैनेजमेंट पर कई वेबसाइट्स भी  इस मामले में आपकी मदद कर सकती हैं।

>अगर विदेशों में आपकी तैनाती होती है, जहां की करेंसी आपके देश की करेंसी से अलग है। तो, आपके बच्चों को पैसों की ताकत समझाने में और आसानी होगी। ऐसा इसलिए कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हर करेंसी की कीमत एक नहीं होती है। हर देश की करेंसी की कीमत अलग-अलग होती है, जिसे अक्सर अमेरिकी डॉलर के तुलनात्मक मूल्य में देखा जाता है। किसी सामान की तरफ इशारा कर आप अपने बच्चों को बता सकते हैं कि जापानी करेंसी येन या फिर यूरो, या फिर पाउंड या फिर चीन की युआन या फिर अमेरिकी डॉलर में उसकी क्या कीमत है। 

तो, देखा ना....अगर आप फौजी हैं तो अपने बच्चों को फाइनेंशियल फिट रखना आपके लिए कैसे बाएं हाथ का खेल है....।  फिर देर किस बात की। 

((अपने बच्चों को गिफ्ट में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स देंगे, तो कैसा रहेगा? कई फायदे हैं इसके 
((जब आपके बच्चे को बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसे, तो ये काम जरूर करें
अपने बच्चे को उनके बर्थडे गिफ्ट के जरिये पैसों के बारे में जागरूक बनाएं
((अब अपने बच्चों को बिंदास दीजिए बैंकों से जुड़ी जिम्मेदारी
(("दौलतमंद बनने की चाहत है, तो फाइनेंस, इतिहास, केमिस्ट्री, बायोलॉजी को भूल जाएं!"
((चाइल्ड के लिए अभी से करें प्लान, तभी बनी रहेगी उसकी मुस्कान
((बच्चों से है प्यार, तो उनके लिए रखें फाइनेंशियल प्लान तैयार
(('Money मित्र' बनकर दें बच्चों को लाड़-प्यार  
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((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

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(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

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Rajanish Kant सोमवार, 13 मार्च 2017