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बच्चे पढ़ेंगे पैसे, तभी तो गढ़ेंगे पैसे #Children #Savings #Investment
क्या आपके बच्चे को बचत और निवेश की बेसिक्स पता है?

भारत में बच्चों को बैंकिंग, सेविंग्स, निवेश और फाइनेंस समेत पैसों के प्रबंधन यानी मनी मैनेजमेंट के बारे में जानकारी देने की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है।  हालांकि, इस दिशा में काफी कुछ किया जा रहा है, लेकिन अभी भी काफी कुछ किया जाना बाकी है। बच्चों को पैसों के बारे में जानकारी यानी वित्तीय शिक्षा देने से बड़े होने पर उनकी जिंदगी आसान बनेगी। 

> बच्चों को पैसों के बारे क्या-क्या जानकारी दी जानी: नेशनल सेंटर फॉर फाइनेंशियल एजुकेशन (NCFE) के मुताबिक, बच्चों को पैसे, बचत और फाइनेंस समेत इन सबकी बेसिक्स बताए जाने की जरूरत है। 

1)किसी भी इंसान की जिंदगी की जरूरत (Needs) और चाहत (Wants) में फर्क करना 
2) बजट खासकर आमदनी (Income) और खर्च (Expenses) के बारे में बताया जाना चाहिए 
3) बुनियादी बैंकिंग सुविधाएं जैसे सेविंग्स अकाउंट, करंट अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), रेकरिंग डिपॉजिट (RD) बगैरह के बारे में 
4)तरह तरह के कर्ज और कर्ज कहां से हासिल किया जाता है, के बारे में बच्चों को बताना चाहिए
5)बच्चों को शेयर, म्युचुअल फंड, सोना, रियल इस्टेट जैसे निवेश साधनों की बेसिक्स मालूम होना चाहिए
6) बच्चों को तरह तरह के इंश्योरेंस प्रोडक्ट (लाइफ, हेल्थ, जनरल और अन्य) की जानकारी दी जानी चाहिए
7) तरह-तरह के पेंशन प्रोडक्ट और उसकी जरूरत के बारे में बच्चों को बताया जाना चाहिए
8) आरबीआई, सेबी, पीएफआरडीए, आईआरडीए जैसे वित्तीय सेक्टर के रेगुलेटर की कार्यपद्धति की जानकारी बच्चों को भी होनी चाहिए

 माता-पिता अपने बच्चों के साथ वित्तीय योजना (Financial Planning) और निवेश (Investment) के बारे में शायद ही किसी तरह की बातचीत करते हों, लेकिन बच्चे जितनी जल्दी इसके बारे में जान जाएंगे, बच्चों के लिए उतना ही बेहतर होगा। निवेश करने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है लेकिन जितनी जल्दी जो निवेश करना शुरू कर देता है, वो उतना ही फायदे में रहता है। इसलिए हर माता-पिता को अपने बच्चों को जल्द से जल्द मनी मैनेजमेंट, बचत, निवेश बगैरह के बारे में जानकारी देना शुरू कर देना चाहिए। 

बच्चे पढ़ेंगे पैसे, तभी तो गढ़ेंगे पैसे #Children #Savings #Investment
(बच्चों के एजुकेशन खर्च के लिए इन म्युचुअल फंड स्कीम्स में पैसे लगा सकते हैं #Debt #Balanced #Mid #Large #Gilt
((आपके बच्चों को पैसे की समझ स्कूल में नहीं दी जाती है, इसलिए आप ही दीजिए...जानें कैसे
((फौजी अपने बच्चों को फाइनेंशियल फिट कैसे रखें, A,B,C सिखाने जैसा आसान है
((अपने बच्चों को गिफ्ट में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स देंगे, तो कैसा रहेगा? कई फायदे हैं इसके
((जब आपके बच्चे को बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसे, तो ये काम जरूर करें
((चाइल्ड के लिए अभी से करें प्लान, तभी बनी रहेगी उसकी मुस्कान
((बच्चों से है प्यार, तो उनके लिए रखें फाइनेंशियल प्लान तैयार
(('Money मित्र' बनकर दें बच्चों को लाड़-प्यार



(सीनियर सिटीजन के लिए बेस्ट म्युचुअल फंड स्कीम...#ELSS #Balanced Advantage #Liquid Fund
((कितने समय के लिए निवेश करना है, उसके आधार पर जानें बेस्ट म्युचुअल फंड स्कीम
((म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((माता-पिता का आर्थिक सहारा बनें म्युचुअल फंड की मदद से, जानें कैसे
((म्युचुअल फंड को आसान बनाने के लिए सेबी का बड़ा फैसला
((म्युचुअल फंड: डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान-फायदेमंद कौन?
((वॉरेन बफेट को इंडेक्स फंड पसंद है, कहा, दूसरे निवेश में निवेशक नहीं मैनेजर अमीर बनते हैं
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-1:What Is Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-1: म्युचुअल फंड क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-2: Investment of Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-2: म्युचुअल फंड का कहां निवेश होता है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-3:Benefits of Investment in Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-3: म्युचुअल फंड में निवेश के फायदे
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-4: म्युचुअल फंड में निवेश किसके जरिये करें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-5: Role of MF Trustee
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-5: म्युचुअल फंड ट्रस्टी की भूमिका
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-6: What Is Asset Management Company
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-6: परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) का क्या काम है)
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-7: एनएवी क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-7: What is NAV
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-8: ऑफर डॉक्यूमेंट, क्लोज्ड एंडेड फंड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-8: Know about Offer Document, Close Ended Fund
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-10: रिडेंप्शम मूल्य, पुनर्खरीद मूल्य क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-10: What is Redemption&Repurchase Price
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-11: फोलियो नंबर के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-11: What is Folio Number
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-12: जानें बैलेंस्ड फंड, फंड ऑफ फंड्स, टैक्स सेवर फंड्स के बारे में
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-12: Meaning of Balance Fund, Fund Of Funds&Tax Saver Fund
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-13: गिल्ट फंड्स, एफएमपी, गोल्ड ईटीएफ क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-13: What is Gilt Funds,FMPs, GoldETFs((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-14:  एनएफओ, एंट्री या फ्रंट लोड,  एग्जिट या बैंकएंड लोड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-14: Know about NFO, Entry or Front Load &
Exit or Back-end Load
((बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में महंगाई विलेन बने, तो क्या करें
म्युचुअल फंड में पैसे लगाएं, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के तनाव से बचें html
((म्युचुअल फंड में पैसे लगाइए, टैक्स बचाइए; जानें क्यों और कैसे होगा फायदा
((म्युचुअल फंड के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग पूरी करें
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2
(म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?
((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से
((What Is FMPs (Fixed Maturity Plans)
एफएमपी (फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान्स) क्या है
((म्युचुअल फंड कंपनियों की सूची

((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस

((डॉक्टर कैसे ठीक रखें फाइनेंशियल सेहत

((शादी की खुशी में फाइनेंशियल प्लानिंग करना कहीं भूल तो नहीं गए

((म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((म्युचुअल फंड क्या है, इसमें निवेश के 10 फायदे... What is Mutual Fund, 10 Benefiेts of MF Investment

((टैक्स बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो ELSS है ना...जानें 7 खास बातें ELSS की

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


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Rajanish Kant गुरुवार, 2 मई 2019
कम समय के लिए पैसे लगाने के बेस्ट विकल्प, सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न मुमकिन
पैसा कमाते हैं तो फिर पैसे से पैसा बनाने की भी कला जानना चाहिए। अक्सर लोग बचत यानी खर्च के बाद बचे हुए पैसे को या तो सेविंग्स अकाउंट में पड़े रहने देते हैं या फिर घर में। लेकिन, ये सही रणनीति नहीं है। आप इन बचे हुए पैसों पर कम समय के लिए निवेश करके सेविंग्स अकाउंट से ज्यादा रिटर्न पा सकते हैं। 

अब आप जानना चाह रहे होंगे कि कम समय के लिए पैसा लगाने के सेविंग्स अकाउंट से बेहतर विकल्प कौन-कौन हो सकते हैं। यहां पर हम उन्ही विकल्पों के बारे में बता रहे हैं। उनमें से कुछ तो बाजार आधारित यानी जोखिमपूर्ण विकल्प हैं जबकि कुछ सुरक्षित। 
कम रिस्की और बाजार में भारी उतार-चढ़ाव से कम असर वाले विकल्प की बात करें तो उनमें डेट म्युचुअल फंड स्कीम महत्वपूर्ण हैं। डेट फंड ट्रेजरी बिल्स, सरकारी प्रतिभूति, सर्टिफिकेट्स ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर्स, बॉन्ड्स और मनी मार्केट निवेश साधन उनमें शामिल हैं। 

>म्युचुअल फंड:
1) लिक्विड फंड (Liquid Fund):
-ओपन एंडेड फंड है
-91 दिन या उससे कम मैच्योरिटी 
अवधि वाले डेट और मनी मार्केट 
निवेश साधनों में पैसा निवेश किया 
जाता है 
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.68%
-इसमें निवेश करने की वजह: इमरजेंसी 
यानी आपातकालीन फंड बनाना, अचानक 
आए पैसों को निवेश करने के लिए





2)अल्ट्रा शॉर्ट ड्यूरेशन (Ultra Short Duration):
-इसका पैसा 3 से 6 महीने की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 5.78%
-निवेश की वजह: डेट म्युचुअल फंड से
 इक्विटी म्युचुअल फंड में एसटीपी के लिए

3)लो ड्यूरेशन (Low Duration):
-इसका पैसा 6 से 12 महीने की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.20%
-निवेश की वजह: डेट म्युचुअल फंड से
इक्विटी म्युचुअल फंड में एसटीपी या  SWP 
के लिए


4) मनी मार्केट(Money Market):
-इसका पैसा 12 महीने तक की मैच्योरिटी 
अवधि वाले मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 6.79%
-निवेश की वजह: बाजार में भारी उतार-चढ़ाव 
के दौरान इक्विटी से पैसा निकालकर इन फंड्स 
में पैसा लगाकर सुरक्षित रह सकते हैं 

5)शॉर्ट ड्यूरेशन (Short Duration): 

-इसका पैसा 1 से 3 साल की मैच्योरिटी अवधि
वाले डेट और मनी माार्केट निवेश साधनों में 
पैसा निवेश किया जाता है
-कैटेगरी का सालाना औसत रिटर्न: 4.41%
-निवेश की वजह: 3 से 4 साल के वित्तीय 
लक्ष्य को हासिल करने के लिए पैसा 
जमा करने के इरादे से 


> सुरक्षित निवेश साधन: अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करने में असहज हैं तो फिर बैंक और पोस्ट ऑफिस में भी कम समय के लिए पैसे लगाने के कई विकल्प हैं। 

1) स्वीप-इन-फिक्स्ड डिपॉजिट (Sweep-in-fixed Deposit):
-इसके तहत बैंक में मिनिमम बैलेंस से अधिक पैसा 
कम से कम एक साल की फिक्स्ड डिपॉजिट में 
ट्रांसफर हो जाता है यानी सेविंग्स से ज्यादा ब्याज 
मुमकिन
-फिक्स्ड डिपॉजिट जितना ब्याज
-मिनिमम निवेश बैंकों पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 

2)आवर्ती जमा या रेकरिंग डिपॉजिट (Recurring Deposit):
-बैंक या पोस्ट ऑफिस में निवेश कर सकते हैं 
-एक बार के बजाय हर महीने निश्चित पैसा निवेश 
करना होता है
-6 महीने की अवधि से लेकर 10 साल के 
लिए निवेश कर सकते हैं 
-मिनिमम निवेश बैंकों और पोस्ट ऑफिस पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-ब्याज दर अलग-अलग बैंक और पोस्ट ऑफिस पर 
निर्भर
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 


3) शॉर्ट टर्म फिक्स्ड डिपॉजिट (Short Term Fixed Deposit):

-इसके तहत बैंक में निवेश कर सकते हैं 
-7 दिन से लेकर 12 महीने तक निवेश 
कर सकते हैं 
-मिनिमम निवेश बैंकों पर निर्भर, 
अलग-अलग बैंक के अलग-अलग नियम
-ब्याज दर अलग-अलग बैंक पर निर्भर
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 

4)पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (Post office Time Deposit):
-पोस्ट ऑफिस में निवेश 
-1,2,3 और पांच साल के लिए निवेश करने की सुविधा 
-ब्याज दर की हर तिमाही में समीक्षा होती है 
-सीनियर सिटीजन के लिए सालाना 50 हजार रुपए 
तक का ब्याज टैक्स फ्री जबकि नॉन सीनियर सिटीजन
के लिए  हर साल 40 हजार का ब्याज टैक्स फ्री 



((म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((माता-पिता का आर्थिक सहारा बनें म्युचुअल फंड की मदद से, जानें कैसे
((म्युचुअल फंड को आसान बनाने के लिए सेबी का बड़ा फैसला
((म्युचुअल फंड: डायरेक्ट प्लान या रेगुलर प्लान-फायदेमंद कौन?
((वॉरेन बफेट को इंडेक्स फंड पसंद है, कहा, दूसरे निवेश में निवेशक नहीं मैनेजर अमीर बनते हैं

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-1:What Is Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-1: म्युचुअल फंड क्या है

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-2: Investment of Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-2: म्युचुअल फंड का कहां निवेश होता है

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-3:Benefits of Investment in Mutual Fund
म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-3: म्युचुअल फंड में निवेश के फायदे

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-4: म्युचुअल फंड में निवेश किसके जरिये करें

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-5: Role of MF Trustee
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-5: म्युचुअल फंड ट्रस्टी की भूमिका

((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-6: What Is Asset Management Company
((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-6: परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) का क्या काम है)

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-7: एनएवी क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-7: What is NAV

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-8: ऑफर डॉक्यूमेंट, क्लोज्ड एंडेड फंड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-8: Know about Offer Document, Close Ended Fund


((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-10: रिडेंप्शम मूल्य, पुनर्खरीद मूल्य क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-10: What is Redemption&Repurchase Price

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-11: फोलियो नंबर के बारे में जानें
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((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-12: जानें बैलेंस्ड फंड, फंड ऑफ फंड्स, टैक्स सेवर फंड्स के बारे में
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-12: Meaning of Balance Fund, Fund Of Funds&Tax Saver Fund

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-13: गिल्ट फंड्स, एफएमपी, गोल्ड ईटीएफ क्या है
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-13: What is Gilt Funds,FMPs, GoldETFs

((म्युचुअल फंड की महफिल: भाग-14:  एनएफओ, एंट्री या फ्रंट लोड,  एग्जिट या बैंकएंड लोड के बारे में जानें
((Mutual Fund Ki Mehfil:Part-14: Know about NFO, Entry or Front Load &
Exit or Back-end Load

((बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में महंगाई विलेन बने, तो क्या करें
म्युचुअल फंड में पैसे लगाएं, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के तनाव से बचें html

((म्युचुअल फंड में पैसे लगाइए, टैक्स बचाइए; जानें क्यों और कैसे होगा फायदा

((म्युचुअल फंड के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग पूरी करें

((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1

((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2


(म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((What Is FMPs (Fixed Maturity Plans)
एफएमपी (फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान्स) क्या है

((म्युचुअल फंड कंपनियों की सूची

((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस

((डॉक्टर कैसे ठीक रखें फाइनेंशियल सेहत

((शादी की खुशी में फाइनेंशियल प्लानिंग करना कहीं भूल तो नहीं गए

((म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

((रिटायरमेंट फंड बनाएं, म्युचुअल फंड की मदद से

((म्युचुअल फंड क्या है, इसमें निवेश के 10 फायदे... What is Mutual Fund, 10 Benefiेts of MF Investment

((टैक्स बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो ELSS है ना...जानें 7 खास बातें ELSS की

(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


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Rajanish Kant मंगलवार, 16 अप्रैल 2019
पैसे कैसे कमाएं बदलते जमाने में

पैसे कैसे कमाएं बदलते जमाने में

Rajanish Kant बुधवार, 12 दिसंबर 2018
Paisa सब कुछ नहीं, लेकिन बहुत कुछ के लिए पैसा जरूरी

Paisa सब कुछ नहीं, लेकिन बहुत कुछ के लिए पैसा जरूरी

Rajanish Kant शुक्रवार, 30 नवंबर 2018
आपके बच्चों को पैसे की समझ स्कूल में नहीं दी जाती है, इसलिए आप ही दीजिए...जानें कैसे
फोटो झारखंड की CDPO कंचन सिंह की फेसबुक वॉल से 
इसमें कोई शक नहीं है कि आप अपने बच्चों को बेहतर पढ़ाई लिखाई के लिए बढ़िया से बढ़िया स्कूल में भेजते हैं, ट्यूशन में भेजते हैं और समय मिल जाए तो ड्राइंग क्लासेस, स्केटिंग क्लासेस, कम्प्यूटर क्लासेस, डांस क्लासेस, स्विमिंग क्लासेस, कराटे क्लासेस बगैरह में भी ले जाते हैं। ये सब तो ठीक है, लेकिन क्या आपने कभी अपने लाड़ले-लाड़ली को पैसे की समझ देने के बारे में कभी  सोचा है? ज्यादातर लोगों का जवाब मेरे हिसाब से 'नहीं' में होगा, क्यों? 

ठीक है, जब हम भी बचपना का लुत्फ उठा रहे थे तो पैसे की अहमियत नहीं मालूम नहीं था। हमें भी हमारे माता-पिता ने बताया था कि मन लगाकर पढ़ो, मेहनत से पढो और अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी कर लो फिर जिंदगी सेट। हमने भी वही किया। पैसे के बारे में नहीं बल्कि ये सब काम हम अच्छी नौकरी के लिए कर रहे थे। लेकिन जब हम बड़े हो गए हैं, हमारे भी बच्चे हो गए हैं तो हमें तो  कम से कम अपने बच्चों को पैसों की अहमियत बताना शुरू कर देना चाहिए।  

तो, क्यों ना ड्राइंग क्लासेस, स्केटिंग क्लासेस, कम्प्यूटर क्लासेस, डांस क्लासेस, स्विमिंग क्लासेस, कराटे क्लासेस की तरह उनके व्यावहारिक तौर पैसों की समझ दी जाए। यह काम बहुत कठिन नहीं है, बल्कि आसान है। अपने बच्चों को तो आप सामान लाने के लिए बोलते ही होंगे, उनको पॉकट खर्च के लिए भी कुछ पैसे देते होंगे, कभी-कभी बिल बगैरह भरने की भी जिम्मेदारी आप उनको सौंप देते होंगे और अब तो डिजिटल लेन-देन बढ़ रहा है, और हमारे बच्चे शायद इन कामों में हमसे ज्यादा बेहतर समझ रखते हैं,  तो फिर उनको पैसों के बारे में जानकारी देने में तो कोई समस्या है ही नहीं। तो, सवाल है इसके लिए क्या किया जाए.....बस आपको इसके लिए तीन काम करने की जरूरत है...

1)अपने बच्चों को वित्तीय जिम्मेदारी (Financial Responsibilities)दीजिए
2)बच्चों के सामने पैसों से जुड़े कामों के संदर्भ में सही उदाहरण पेश करें
3)अगर आपके बच्चों को पहली तनख्वाह मिले, तो उसका सही प्रबंधन करने में उसकी मदद करें
फोटो झारखंड की CDPO कंचन सिंह की फेसबुक वॉल से 

1)अपने बच्चों को वित्तीय जिम्मेदारी (Financial Responsibilities)दीजिए
-यह जरूरी है कि बच्चे भी पैसे की कीमत समझें। उन्हें बताना होगा साधन सीमित हैं। 
-अगर उन्हें आप अपना बजट बनाने की आजादी देते हैं तो वो कई बहुमूल्य सबक सीखेंगे, जैसे-खर्च उतना 
ही करना चाहिए, जितना आपके पैसे हों, उससे ज्यादा नहीं है और गैर-योजनागत खर्च को नजरअंदाज करना। 
-हममें से बहुत सारे लोग पॉकेट मनी या जेब खर्च के रूप में पहली वित्तीय जिम्मेदारी का स्वाद चखते हैं। तो आप जेब खर्च के प्रबंधन के बारे में जानकारी देकर या फिर बच्चों को ही जेब खर्च के प्रबंधन की आजादी देकर 
उनको वित्तीय रूप से जागरूक बना सकते हैं। 

अपने बच्चों में पैसे की समझ विकसित करने का एक और तरीके है कि उनको कुछ पैसे और खास काम  करने की पूरी जिम्मेदारी दे दीजिए।  मसलन, आप अपने बेटे या अपनी बेटी को कुछ पैसे दे दीजिए और  उनसे कह दीजिए कि महीने भर के लंच का इंतजाम इसी पैसे से करना है, अतिरिक्त पैसे नहीं दिये जाएंगे। अगर वो फिजुलखर्ची करते हैं तो उन्हें पहले ही बता दिया जाए कि उनको और पैसे नहीं दिये जाएंगे।  हो सकता है वो इसके लिए कर्ज लें। तो इससे कर्ज प्रबंधन सीखने में भी उनको मदद मिलेगी।  

2)बच्चों के सामने पैसों से जुड़े कामों के संदर्भ में सही उदाहरण पेश करें
-कहा जाता है कि मां-बाप बच्चे के पहले शिक्षक होते हैं और घर पहला पाठशाला होता है।   तो, बच्चों में पैसे की समझ का विकास भी मां-बाप से ही शुरू हो जाता है। तो पैसों को लेकर आप जिस तरह का व्यवहार करते हैं, उसका असर आपके बच्चों पर भी होता है। अगर आप फिजुलखर्ची करते हैं तो उसका थोड़ा-बहुत असर आपके बच्चों पर हो सकता है और वो भी फिजुलखर्ची को पसंद  करने लग जाते हैं। लेकिन, अगर आप संभल-संभल कर पैसा खर्च करें तो अपने बच्चों में भी ये गुण  समाहित हो सकता है। इसलिए आप जब भी कोई वित्तीय फैसला लेते हैं तो संभल-संभलकर लें। 
-पैसे को लेकर आप जो बजट बनाते हैं उसमें अपने बच्चों को भी भागीदार बनाएं। बाजार में कोई  सामान खरीदने जाते हैं, तो साथ में बच्चे को भी ले जाएं। इसके अलावा, कभी-कभी सामान की पूरी  लिस्ट और उसके हिसाब से जरूरी पैसे अपने बच्चों को देकर सामान लाने के लिए भी कह सकते हैं।  अगर पैसे इस दौरान कोई वित्तीय गलती करते हैं तो उन्हें डांटने-फटकारने के बजाय सही-गलत के  बारे में बताएं। अपने बच्चों के साथ पैसे से संबंधित मुद्दों को खुलकर साझा करें। 
-अपने बच्चों में शुरू से ही बचत की आदत डालें। सामान का मोलभाल करना सिखाएं। बचत की आदत डालने के लिए एक उपाय तो ये है कि उनको बहुत जरूरी-जरूरी-कम जरूरी और बेकार की चीजों  के बारे में बढ़िया से समझाएं ताकि आपका बच्चा फिजुलखर्ची ना करे। 

3)अगर आपके बच्चों को पहली तनख्वाह मिले, तो उसका सही प्रबंधन करने में उसकी मदद करें
लीजिये, ये सब सिखाते-सिखाते आपका बच्चा ना जाने कब बड़ा हो गया और अब उसको नौकरी भी  मिल गई। तो जब आपके बच्चे को पहली तनख्वाह मिले, तो उसे बजट बनाने में मदद करें। किसी भी  युवा के लिए पहली नौकरी मिलना उनकी वित्तीय आजादी की तरफ पहला कदम होता है। 

((वित्तीय शिक्षा (फाइनेंशियल एजुकेशन) यानी जिंदगी बिन तुम्हारे अधूरी, वित्तीय शिक्षा के 10 बड़े लाभ
((फौजी अपने बच्चों को फाइनेंशियल फिट कैसे रखें, A,B,C सिखाने जैसा आसान है  
((अपने बच्चों को गिफ्ट में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स देंगे, तो कैसा रहेगा? कई फायदे हैं इसके 
((जब आपके बच्चे को बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसे, तो ये काम जरूर करें
अपने बच्चे को उनके बर्थडे गिफ्ट के जरिये पैसों के बारे में जागरूक बनाएं
((अब अपने बच्चों को बिंदास दीजिए बैंकों से जुड़ी जिम्मेदारी
(("दौलतमंद बनने की चाहत है, तो फाइनेंस, इतिहास, केमिस्ट्री, बायोलॉजी को भूल जाएं!"
((चाइल्ड के लिए अभी से करें प्लान, तभी बनी रहेगी उसकी मुस्कान
((बच्चों से है प्यार, तो उनके लिए रखें फाइनेंशियल प्लान तैयार
(('Money मित्र' बनकर दें बच्चों को लाड़-प्यार 
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

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Rajanish Kant मंगलवार, 4 अप्रैल 2017