Results for "डिजिटल/क्रिप्‍टो मुद्रा"
हिन्दुस्तान का जल्द होगा अपना बिटकॉइन, RBI नि किया ऐलान

रिजर्व बैंक ने बैंक समेत सभी रेगुलेटेड फाइनेंशियल संस्थाओं को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी कंपनियों या संस्थाओं के साथ कानूनी तौर पर कारोबार नहीं करने की हिदायत दी है। रिजर्व बैंक ने कहा है कि फाइनेंशियल संस्थाओं को उनसे एक निश्चित समयसीमा के भीतर सारे कारोबारी रिश्ते खत्म करने होंगे। समयसीमा की घोषणा बाद में की जाएगी। रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 की पहली मौद्रिक पॉलिसी बैठक के बाद ये निर्देश जारी किया है। यह बैठक 4, 5 अप्रैल को हुई।  रिजर्व बैंक ने साथ ही खुद का डिजिटल मुद्रा शुरू करने की घोषणा की।

>रिजर्व बैंक का क्रिप्टोकरेंसी और खुद का डिजिटल मुद्रा के संबंध में बयान:
-केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा
निजी डिजिटल टोकन के उदय तथा कागजी मुद्रा/धातु मुद्रा की बढ़ती हुई लागत जैसे कारकों के साथ भुगतान उद्योग के परिदृश्य में तेजी से परिवर्तन ने पूरे विश्व के केंद्रीय बैंकों को कागजी डिजिटल मुद्रा तलाशने के अवसर हेतु प्रेरित किया है। यद्यपि अभी भी बहुत से केंद्रीय बैंक बहस में लगे हैं, रिजर्व बैंक द्वारा केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा प्रारम्भ करने के लिए वांछनीयता तथा व्यवहार्यता पर मार्गदर्शन प्रदान करने तथा अध्ययन करने के लिए एक अंतर विभागीय समूह का गठन किया जा चुका है। इसकी रिपोर्ट जून 2018 के अंत तक प्रस्तुत की जाएगी।

-रिंग-फेसिंग ने वर्चुअल करेंसी से संस्थाओं को विनियमित किया
तकनीकी नवाचारों में, उन अंतर्निहित वर्चुअल करेंसी सहित, वित्तीय प्रणाली की दक्षता और समावेशकता में सुधार लाने की क्षमता है । तथापि, वर्चुअल करेंसी (वीसी), जिन्हें क्रिप्टो करेंसी और क्रिप्टो एसेट के रूप में भी जाना जाता है, दूसरों के बीच, उपभोक्ता संरक्षण, बाजार अखंडता और मनी लॉन्ड्रिंग की चिंताओं को बढ़ाता है।

रिजर्व बैंक ने बार-बार बिटक्वाईन्स सहित, वर्चुअल करेंसी के उपयोगकर्ताओं, धारकों और व्यापारियों को ऐसे वर्चुअल करेंसी के लेनदेन से जुड़े विभिन्न जोखिमों के संबंध में आगाह किया है। संबंधित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया है कि, तत्काल प्रभाव से भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विनियमित संस्थाएं किसी भी व्यक्ति या व्यवसायिक संस्थाओं से कोई सौदा या कोई सेवा प्रदान नही करेगा जो वीसी में सौदा या निपटान करते हैं। विनियमित संस्थाएं जो पहले से ही ऐसी सेवाएं प्रदान करती हैं, एक निर्दिष्ट समय के भीतर इस संबंध से बाहर निकलेंगी। इस संबंध में एक परिपत्र अलग से जारी किया जा रहा है।

(मैं हूं बिटक्वाइन...दुनिया मेरी दीवानी...सुनिये, मेरी कहानी...
(बिटक्वाइन के अलावा भी बहुत सारी डिजिटल करेंसी हैं, यहां देखें लिस्ट 
((भारत में बिटक्वाइन खरीदने-बेचने के लिए कुछ एक्सचेंज 
((अलग-अलग बिटक्वाइन एक्सचेंज, अलग-अलग नियम, जानिए दुनिया के बिटक्वाइन एक्सचेंज के बारे में 
Plz Follow Me on: 

Rajanish Kant शुक्रवार, 6 अप्रैल 2018
चेतावनी के बावजूद बिटकॉइन के प्रति भारतीयों की दीवानगी बढ़ी, RBI की आभासी मुद्राओं से सतर्क रहने की अपील बेअसर

बिटकॉइन नाम की आभासी मुद्रा, जो कि भारत में गैर-कानूनी है, में रोजाना 2,500 से ज्यादा भारतीय निवेश कर रहे हैं। ये कहना है घरेलू बिटकॉइन एक्सचेंज Zebpay का, जिसका मुख्यालय सिंगापुर में है। 

आपको बता दें कि यह मोबाइल एप आधारित एक्सचेंज है जिसके जरिये आप बिटकॉइन की खरीद-बिक्री कर सकते हैं। बिटकॉइन खरीद-बिक्री करने के लिए आपको अपने मोबाइल पर इस एप को डाउनलोड करना होगा। इसके लिए आपका मोबाइल एंड्रॉयड या आईओएस आधारित होना चाहिए। इस एक्सचेंज पर 17 मई के मुताबिक, बिटकॉइन की खरीद कीमत 128981 रुपए थी जबकि बिकवाली कीमत 122954 रुपए थी। Zebpay का कहना है कि भारत में अब तक ये एप करीब 5 लाख डाउनलोड हो चुका है। इसने 2015 में भारत में अपना ऑपरेशन शुरू किया था। 

Zebpay का मानना है कि बिटकॉइन दुनियाभर में लोकप्रिय वैकल्पिक निवेश साधन बनकर उभरा है और भारतीय इस नए वित्तीय प्रोडक्ट में निवेश को लेकर खासा उत्साहित हैं। कंपनी को इस साल सितंबर तक भारत में इस एप के 10 लाख से ज्यादा डाउनलोड होने की उम्मीद है। 


हालांकि, रिजर्व बैंक बार-बार भारतीयों को बिटकॉइन जैसी किसी भी डिजिटल, आभासी, क्रिप्टो मुद्राओं में निवेश करने से आगाह कर रहा है। फिर भी लोग निवेश कर रहे हैं। हालांकि, भारत सरकार ने वर्चुअल मुद्राओं की मौजूदा रूपरेखा पर गौर करने के लिए एक समिति का गठन किया है, जिसे जल्द ही रिपोर्ट पेश करना है। 

Rajanish Kant गुरुवार, 18 मई 2017
वर्चुअल मुद्राओं की मौजूदा रूपरेखा पर गौर करने के लिए समिति का गठन, तीन महीने में रिपोर्ट पेश करना होगा
सरकार ने वर्चुअल मुद्राओं की मौजूदा रूपरेखा पर गौर करने के लिए विशेष सचिव (आर्थिक मामले) की अध्‍यक्षता में एक अंतर-अनुशासनात्‍मक समिति गठित की 


वर्चुअल या आभासी मुद्राओं, जिन्‍हें डिजिटल/क्रिप्‍टो मुद्राएं भी कहते हैं, का प्रचलन चिंता का विषय है। समय-समय पर विभिन्‍न मंचों पर इन मुद्राओं को लेकर चिंता जताई गई है। भारतीय रिजर्व बैंक ने भी बिटक्‍वाइंस समेत वर्चुअल मुद्राओं के इस्‍तेमालकर्ताओं (यूजर्स), धारकों और कारोबारियों को इनसे जुड़े संभावित वित्‍तीय, परिचालनात्‍मक, कानूनी, उपभोक्‍ता संरक्षण और सुरक्षा जोखिमों को लेकर आगाह किया है। इसके लिए 24 दिसंबर, 2013 और 01 फरवरी, 2017 को रिजर्व बैंक द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्तियां देखें।


बिटकॉइन जैसी आभासी मुद्राओं से सावधान रहें, RBI ने की अपील

वर्चुअल या आभासी मुद्राओं की मौजूदा रूपरेखा पर गौर करने के उद्देश्‍य से वित्‍त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने विशेष सचिव (आर्थिक मामले) की अध्‍यक्षता में एक अंतर-अनुशासनात्‍मक समिति गठित की है, जिसमें आर्थिक मामलों के विभाग, वित्‍तीय सेवा विभाग, राजस्‍व विभाग (सीबीडीटी), गृह मंत्रालय, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारतीय रिजर्व बैंक, नीति आयोग और भारतीय स्‍टेट बैंक का प्रतिनिधित्‍व है। समिति इन कार्यों को पूरा करेगी : (i) देश-विदेश में वर्चुअल मुद्राओं की मौजूदा स्थिति का जायजा लेगी (ii) वर्चुअल मुद्राओं से संबंधित मौजूदा वैश्विक नियामकीय एवं कानूनी संरचनाओं पर गौर करेगी (iii) इस तरह की वर्चुअल मुद्राओं से निपटने के उपाय सुझाएगी, जिनमें उपभोक्‍ता संरक्षण, मनी लांड्रिंग इत्‍यादि से संबंधित मुद्दे भी शामिल हैं (iv) वर्चुअल मुद्राओं से संबंधित ऐसे किसी भी मसले पर गौर करेगी, जो प्रासंगिक हो सकता है।
समिति से तीन महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है।
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

Rajanish Kant बुधवार, 12 अप्रैल 2017