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गिफ्ट में अपनों को सामान के बदले क्यों ना कोई वित्तीय या निवेश प्रोडक्ट दें

गिफ्ट में अपनों को सामान के बदले क्यों ना कोई वित्तीय या निवेश प्रोडक्ट दें

Rajanish Kant बुधवार, 16 अगस्त 2017
GST में उपहार परिभाषित नहीं, लेकिन ऐसे उपहारों पर जीएसटी जरूर लगेगा: सरकार
किसी नियोक्ता द्वारा अपने कर्मचारी को एक साल में दिए गए 50,000 रुपये मूल्य तक के उपहार जीएसटी के दायरे से बाहर हैं, हालांकि कारोबार को आगे बढ़ाने हेतु दिए गए 50,000 रुपये से ज्यादा मूल्य के गैर नकद उपहारों पर जीएसटी लगेगा 

यह बताया जा रहा है कि कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को दिये जाने वाले उपहारों एवं अतिरिक्‍त लाभों पर जीएसटी प्रणाली के तहत कर लगेगा। किसी नियोक्‍ता द्वारा अपने कर्मचारी को एक साल में दिए गए 50,000 रुपये मूल्‍य तक के उपहार जीएसटी के दायरे से बाहर हैं। हालांकि, कारोबार को आगे बढ़ाने हेतु दिए गए 50,000 रुपये से ज्‍यादा मूल्‍य के गैर नकद उपहारों पर जीएसटी लगेगा।

ऐसे में सवाल यह उठता है कि उपहार की परिभाषा क्‍या है। उपहार को जीएसटी (वस्‍तु एवं सेवा कर) कानून में परिभाषित नहीं किया गया है। आम भाषा में, उपहार बदले में कुछ भी नकद राशि लिए बगैर दिया जाता है, यह स्‍वेच्‍छा से दिया जाता है और कभी-कभी दिया जाता है। कोई भी कर्मचारी यह नहीं कह सकता है कि उपहार लेना उसका अधिकार है। इसी तरह कोई भी कर्मचारी उपहार पाने के लिए अदालत का दरवाजा नहीं खटखटा सकता है।

एक अन्‍य मुद्दा अतिरिक्‍त लाभों पर लगने वाले कर से जुड़ा हुआ है। यहां पर यह बताना जरूरी है कि अपने रोजगार के संबंध में किसी कर्मचारी द्वारा नियोक्‍ता को दी जाने वाली सेवाएं जीएसटी (न तो वस्‍तुओं की आपूर्ति अथवा सेवाओं की आपूर्ति) के दायरे से बाहर है। इसका मतलब यही हुआ कि नियोक्‍ता और कर्मचारी के बीच हुए अनुबंधात्‍मक समझौते के तहत नियोक्‍ता की ओर से कर्मचारी को होने वाली आपूर्ति पर जीएसटी नहीं लगेगा। इसके अलावा,  जीएसटी के तहत इनपुट टैक्‍स क्रेडिट (आईटीसी) योजना के तहत किसी क्‍लब, स्‍वास्‍थ्‍य एवं फिटनेस केन्‍द्र [धारा 17 (5) (बी) (ii)] की सदस्‍यता के आईटीसी की अनुमति नहीं दी गई है। अत: इससे यह स्‍पष्‍ट होता है कि यदि इस तरह की सेवाएं नियोक्‍ता द्वारा अपने सभी कर्मचारियों को मुफ्त में मुहैया कराई जाती हैं तो उन पर जीएसटी नहीं लगेगा, बशर्ते कि नियोक्‍ता द्वारा उन्‍हें खरीदते वक्‍त समुचित जीएसटी का भुगतान कर दिया गया हो। यही बात कर्मचारियों को मुफ्त में दिये जाने वाले मकान पर भी लागू होगी, जब यह मकान नियोक्‍ता और कर्मचारी के बीच हुए अनुबंध के तहत दिया गया हो और वह कर्मचारी पर आने वाली कुल लागत (सी2सी) का हिस्‍सा हो।        
(जीएसटी ज्ञान GST Gyan : एक देश, एक बाजार, एक कर



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Rajanish Kant मंगलवार, 11 जुलाई 2017
अपने बच्चों को गिफ्ट में फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स देंगे, तो कैसा रहेगा? कई फायदे हैं इसके
कोई भी मां-बाप अपने बच्चों को उसके बर्थडे पर, परीक्षा में अच्छे नंबर लाने या कई दूसरे मौकों पर कोई भी ऐसा  गिफ्ट देकर उसे मायूस नहीं करना चाहता, जो उसे पसंद ना हो। लेकिन, गिफ्ट में कोई ऐसी चीज दी जाए जो कि बच्चों के भविष्य के लिए फायदेमंद तो हो ही, समय आने और जरूरत पड़ने पर मां-बाप का भी आर्थिक बोझ कम करे, तो कैसा रहेगा। अब आप पूछेंगे कि ऐसी कौन सी चीज है?  तो, वो चीज है फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स या वित्तीय उत्पाद। इसमें शामिल हैं इंश्योरेंस, म्युचुअल फंड्स, बैंक एफडी, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र जैसे निवेश साधन।  

बच्चों को गिफ्ट के तौर चाहे तो इंश्योरेंस खरीद लीजिए, चाहे म्युचुअल फंड्स, बैंक एफडी, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र में पैसे लगा दीजिए, लंबी अवधि में अच्छा-खासा रिटर्न मिल सकता है। हां, एक बात याद रखियेगा, इनमें निवेशित पैसों के साथ छेड़छाड़ मत कीजिएगा। जब आपको लगे कि बच्चों की हायर एजुकेशन के लिए या फिर उसकी शादी के लिए पैसों की सख्त जरूरत है तब उन पैसों को निवेश साधनों से निकालकर इस्तेमाल कर सकते हैं। 

जिस हिसाब से महंगाई बढ़ रही है, खास कर पढ़ाई-लिखाई और शादी-विवाह की महंगाई दर तो काफी तेजी से बढ़ रही है, भविष्य में इसका मुकाबला करने के लिए हम अभी से निवेश की रणनीति अपनाएंगे तो बेहतर होगा। अब अपने बच्चों को कोई सामान गिफ्ट में दीजिएगा, तो बच्चा तो खुश होगा, लेकिन भविष्य में उस सामान 
की क्या अहमियत रह जाएगी, कभी सोचा है आपने।  बच्चों को उसकी जरूरत का सामान जरूर दीजिए, लेकिन कुछ ऐसे गिफ्ट भी दीजिए जो उसके भविष्य में काम आ सके और आपके भी। 

>गिफ्ट के तौर पर फाइनेंशियल प्रोडक्ट देते समय कुछ ध्यान रखने वाली बातें:
-कोई भी फाइनेंशियल प्रोडक्ट चुनते समय सावधान रहें। लंबी अवधि में जिससे वेल्थ क्रिएशन हो, अपने बच्चे को गिफ्ट के तौर पर उसी प्रोडक्ट में पैसे लगाएं। 
-किसी म्युचुअल फंड स्कीम में पैसे लगा रहे हैं तो उस स्कीम के साथ-साथ उस फंड हाउस का लंबी अवधि का ट्रैक रिकॉर्ड भी देख लीजिएगा। 
-जोखिम वाले फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स से बचना सही रहेगा

तो, अगली बार जब भी अपने बच्चे को कोई गिफ्ट देने की योजना बनाएंगे, तो फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स को जरूर ध्यान में रखेंगे। 
((चाइल्ड के लिए अभी से करें प्लान, तभी बनी रहेगी उसकी मुस्कान
((बच्चों से है प्यार, तो उनके लिए रखें फाइनेंशियल प्लान तैयार
(('Money मित्र' बनकर दें बच्चों को लाड़-प्यार  
((जब आपके बच्चे को बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसे, तो ये काम जरूर करें
((अब अपने बच्चों को बिंदास दीजिए बैंकों से जुड़ी जिम्मेदारी
(("दौलतमंद बनने की चाहत है, तो फाइनेंस, इतिहास, केमिस्ट्री, बायोलॉजी को भूल जाएं!"
(इंश्योरेंस के बारे में beyourmoneymanager पर जानकारी
(म्युचुअल फंड के बारे में beyourmoneymanager पर जानकारी
(बचत, निवेश संबंधी beyourmoneymanager के लेख
(शेयर बाजार पर beyourmoneymanager के लेख
(फाइनेंशियल प्लानिंग से संबंधित beyourmoneymanager के लेख
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((वॉरेन बफेट को इंडेक्स फंड पसंद है, कहा, दूसरे निवेश में निवेशक नहीं मैनेजर अमीर बनते हैं 
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((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
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Rajanish Kant मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017
जब आपके बच्चे को बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसे, तो ये काम जरूर करें
अपने बच्चे को उनके बर्थडे गिफ्ट के जरिये पैसों के बारे में जागरूक बनाएं


हर बच्चों के लिए उनका बर्थडे गिफ्ट प्यारा होता है। चाहे वो सामान के रूप में, पैसों के रूप में या फिर आशीर्वाद के रूप में मिले। बच्चों को बर्थडे गिफ्ट के तौर लोग शौक से इनमें से ही कुछ देते हैं। सामान का इस्तेमाल हो जाएगा। वैसे पैसों का भी इस्तेमाल हो जाएगा, लेकिन बर्थडे गिफ्ट के तौर  पर मिले पैसों का इस्तेमाल आप अपने बच्चे को पैसों के बारे में जागरूकता बनाने के लिए कर सकते हैं, तो बेहतर रहेगा। लेकिन, सवाल है कैसे। बहुत आसान है। 

एक बार जब बच्चे का बर्थडे सिलिब्रेशन खत्म हो जाए, तब ये काम शुरू करना चाहिए। एक परिवार को तौर पर अपने बच्चे के साथ बैठ जाएं और उसे समझाएं कि बर्थडे गिफ्ट में मिले पैसों का वो कैसे इस्तेमाल कर सकता है। पैसों को लेकर बच्चों को जागरूकता बनाने के लिए यह एक अविश्वसनीय मौका है, जिसे माता-पिता को गंवाना नहीं चाहिए। 

बर्थडे सिलिब्रेशन खत्म हुआ और अपने बर्थडे चिल्ड्रेन के साथ परिवार के तौर पर बैठ जाइए। जब गिफ्ट में मिले सामानों की लिस्ट बनाते हैं तो ये भी गिन लीजिए कि गिफ्ट के तौर पर कितने पैसे आए हैं। पैसों का इस्तेमाल कई तरह के कामों में किया जा सकता है। मसलन, ये पैसे खर्च किए जा सकते  हैं, ये पैसे दान में दिए जा सकते हैं या फिर जरूरतमंदों में बांटे जा सकते हैं, इन पैसों की बचत की जा सकती है और इनमें से कुछ का निवेश भी किया जा सकता है। 

इस तरह से गिफ्ट में मिले पैसों को चार भागों- खर्च, दान, बचत और निवेश में बांट दीजिए। फिर किस भाग के लिए कितना आवंटन करना है, इसे प्रतिशत के हिसाब से आप खुद ही तय करके अपने बच्चों को बताइए। ये चारों भाग के लिए 25 %-25% बराबर भी हो सकता है या फिर खर्च के लिए कम पैसे बाकी तीनों के लिए ज्यादा पैसों का आवंटन किया जा सकता है। एक बात ध्यान रखिये अगर अपने बच्चों को अभी से ही कम खर्च करने की आदत डालेंगे, तो बेहतर होगा। मसलन, कुल पैसों में से खर्च के लिए 10%, दान  के लिए 20, बचत के लिए 30 और निवेश क लिए 40% पैसों का आवंटन कर सकते हैं। ये आप अपनी सुविधा अनुसार कर सकते हैं। 

इस तरह से बच्चों के बर्थडे सिलिब्रेशन को आप और आनंदायक और थोड़ा ज्ञानवर्द्धक भी बना सकते हैं। अपने बच्चे को वित्तीय साक्षरता का गुरुमंत्र देकर।   

((क्या करें महिलाएं, अगर निवेश और फाइनेंस की बेसिक जानकारी ना हो ?   
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(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

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Rajanish Kant सोमवार, 23 जनवरी 2017