इस साल खरीफ अनाज का उत्पादन कम होगा: सरकार

खरीफ खाद्यान्‍नों का कुल उत्‍पादन वर्ष 2017-18 के लिए 134.67 मिलियन टन अनुमानित है 

खरीफ चावल का कुल उत्‍पादन 94.48 मिलियन टन तक अनुमानित है।

खरीफ दलहनों का कुल उत्‍पादन 8.71 मिलियन टन तक अनुमानित है

गन्‍ने का उत्‍पादन 337.69 मिलियन टन तक अनुमानित है

2017-18 के लिए मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के प्रथम अग्रिम अनुमान जारी

 


      कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्‍याण विभाग द्वारा 2017-18 के लिए मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के प्रथम अग्रिम अनुमान आज यहाँ जारी किए गए। विभिन्‍न फसलों के उत्‍पादन के अनुमान राज्‍यों से प्राप्‍त निर्विष्‍टियों पर आधारित हैं और अन्‍य स्रोतों से उपलब्‍ध सूचना से उसका सत्‍यापन किया गया है। वर्ष 2003-04 से आगे के वर्षों के तुलनात्‍मक अनुमानों की तुलना में 2017-18 के लिए प्रथम अग्रिम अनुमानों के अनुसार विभिन्‍न फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा संलग्‍न है।


      प्रथम अग्रिम अनुमानों के अनुसारखरीफ 2017-18 के दौरान मुख्‍य फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा इस प्रकार है:


Ø  खाद्यान्‍न – 134.67 मिलियन टन
·         चावल – 94.48 मिलियन टन
·         मोटे अनाज – 31.49 मिलियन टन
·         मक्‍का – 18.73 मिलियन टन
·         दलहन – 8.71 मिलियन टन
·         तूर – 3.99 मिलियन टन
·         उड़द – 2.53 मिलियन टन (रिकार्ड)
Ø  तिलहन – 20.68 मिलियन टन
·         सोयाबीन – 12.22 मिलियन टन
·         मूंगफली – 6.21 मिलियन टन
·         अरंडी बीज – 1.40 मिलियन टन
Ø  कपास – 32.27 मिलियन गांठे (प्रति 170 कि०ग्रा० की)
Ø  पटसन एवं मेस्‍टा - 10.33 मिलियन गांठे (प्रति 180 कि०ग्रा० की)
Ø  गन्‍ना – 337.69 मिलियन टन

      मानसून मौसम अर्थात् 1 जून से 6 सितंबर, 2017 के दौरान देश में संचयी वर्षा लंबी अवधि औसत (एलपीए) की तुलना में 05 प्रतिशत कम हुई है। अत: देश में मानसून वर्षा की स्‍थिति सामान्‍य रही है। मौजूदा खरीफ मौसम के दौरान अधिकांश फसलों का अनुमानित उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के उनके सामान्‍य उत्‍पादन की तुलना में अधिक होने का अनुमान है। तथापि, ये प्रारंभिक अनुमान हैं तथा राज्‍यों से प्राप्‍त फीडबैक के आधार पर इसमें संशोधन हो सकता है।

      प्रथम अग्रिम अनुमानों के अनुसार 2017-18 के दौरान खरीफ खाद्यान्‍नों का कुल उत्‍पादन 134.67 मिलियन टन तक अनुमानित है। यह विगत वर्ष के खरीफ खाद्यान्‍नों के 138.52 मिलियन टन (चौथे अग्रिम अनुमान) रिकार्ड उत्‍पादन की तुलना में 3.86 मिलियन टन कम है । तथापि, खरीफ खाद्यान्‍न उत्‍पादन पॉंच वर्षों (2011-12 से 2015-16) के 128.24 मिलियन टन औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में 6.43 मिलियन टन अधिक है।
                                                                 
      खरीफ चावल का कुल उत्‍पादन 94.48 मिलियन टन तक अनुमानित है। यह विगत वर्ष के 96.39 मिलियन टन रिकार्ड उत्‍पादन की तुलना में 1.91 मिलियन टन कम है। तथापियह विगत पांच वर्षों के दौरान खरीफ चावल के औसत उत्‍पादन की तुलना में 2.59 मिलियन टन अधिक है।

      देश में मोटे अनाजों का कुल उत्‍पादन 2016-17 के दौरान 32.71 मिलियन टन (चौथे अग्रिम अनुमान) की तुलना में घटकर 31.49 मिलियन टन रह गया है। मक्‍के का उत्‍पादन 18.73 मिलियन टन तक होने की संभावना है जो विगत वर्ष के रिकार्ड उत्‍पादन की तुलना में 0.52 मिलियन टन मामूली सा कम है। इसके अलावा, यह विगत पांच वर्षों के दौरान मक्‍के के औसत उत्‍पादन की तुलना में 2.15 मिलियन टन अधिक है। 

      खरीफ दलहनों का कुल उत्‍पादन 8.71 मिलियन टन तक अनुमानित है जो विगत वर्ष के 9.42 मिलियन टन रिकार्ड उत्‍पादन की तुलना में 0.72 मिलियन टन कम है। तथापि, खरीफ दलहनों का अनुमानित उत्‍पादन विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन की तुलना में 2.86 मिलियन टन अधिक है।

      देश में खरीफ तिलहनों का कुल उत्‍पादन 2016-17 के दौरान 22.40 मिलियन टन की तुलना में 20.68 मिलियन टन तक अनुमानित है अर्थात् 1.72 मिलियन टन की गिरावट हुई है। तथापि, यह विगत पांच वर्षों के औसत उत्‍पादन की तुलना में 0.69 मिलियन टन अधिक है।

      गन्‍ने का उत्‍पादन 337.69 मिलियन टन तक अनुमानित है जो विगत वर्ष के 306.72 मिलियन टन उत्‍पादन की तुलना में 30.97 मिलियन टन अधिक है। उच्‍चतर क्षेत्रीय कवरेज के बावजूदकपास की कम उत्‍पादकता के परिणामस्‍वरूप, 2016-17 के दौरान 33.09 मिलियन गांठों की तुलना में 32.27 मिलियन गांठों (प्रति 170 कि०ग्रा० की) के अनुमानित उत्‍पादन में कमी आई है। पटसन एवं मेस्‍टा का अनुमानित उत्‍पादन 10.33 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि.ग्रा. की) तक है जो विगत वर्ष की 10.60 मिलियन गांठों के उत्‍पादन की तुलना में मामूली सा कम है।


(source: pib.nic.in)

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