रेल मंत्रालय के अधीन कार्यरत राइट्स लिमिटेड, अनुसूची ए मिनी रत्न उपक्रम ने पहली बार ₹ 1500
करोड़ का टर्नओवर बेंचमार्क पार किया है और वित्तीय वर्ष 2016-17 में ₹ 1509 करोड़ का टर्नओवर
दर्ज किया है जो कि वर्ष 2015-16 के टर्नओवर ₹ 1278 करोड़ के मुकाबले 18% अधिक है. वर्ष के
दौरान कर पश्चात लाभ (पीएटी) ₹ 331 करोड़ रहा. कंपनी ने ₹ 131 करोड़ लाभांश दिए जाने की
घोषणा की है जो कि प्रदत्त इक्विटी पूंजी ₹ 200 करोड़ के 66.5 प्रतिशत के बराबर है. इसमें से ₹
55 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है.
दिनांक 28.08.2017 को आयोजित 43वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए श्री राजीव मेहरोत्रा,
अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, राइट्स लि. ने कहा कि गत वर्ष की समाप्ति पर कंपनी का आर्डर बुक
₹ 3731 करोड़ रहा. यह अब तक का उच्चतम है. इसके परिणामस्वरूप प्रदत्त पूंजी ₹ 100 करोड़
से बढ़कर ₹ 200 करोड़ हो गई है. कंपनी की अधिकृत शेयर पूंजी भी ₹ 200 करोड़ से बढ़कर
₹ 300 करोड़ हो गई है.
विगत में अपने एमओयू निष्पादन में कंपनी उत्कृष्ट रेटिंग प्राप्त करती रही है और कंपनी को विश्वास है
कि वर्ष 2016-17 के दौरान भी हम एक बार फिर इन मापदंडो पर खरे उतरे हैं. प्रति व्यक्ति टर्नओवर
के लिहाज से कंपनी के कर्मचारियों की उत्पादकता बढ़कर ₹ 47 लाख हो गई है.
श्रीलंका रेलवे को लोकोमोटिव्स एवं डीएमयू ट्रेन सेट की आपूर्ति संबंधी ₹ 680 करोड़ का बड़ा निर्यात
ऑर्डर तथा लाइट ट्रेन ट्रांजिट प्रणाली के कार्यान्वयन हेतु पीएमसी सेवाएं प्रदान करने के लिए मॉरिशस
सरकार के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किया जाना, वर्ष 2016-17 की मुख्य उपलब्धियां रही. राइट्स
ने बांग्लादेश रेलवे को कपूरथला में निर्मित 120 बीजी एल एच बी कोचों की आपूर्ति तथा सेनेगल को
6 एम जी 1350 एच पी लोकोमोटिव्स के निर्यात संबंधी अनुबंधों को सफलतापूर्वक पूरा किया.
भारत में, राइट्स डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, मेट्रो, हाई स्पीड रेल अध्ययन, लॉजिस्टिक पार्क,
रेल इंफ्रास्ट्रक्चर, हरित ऊर्जा, ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के विकास एवं वर्तमान एयरपोर्टों के पुनर्विकास
आदि जैसी महत्वपूर्ण परिवहन परियोजनाओं पर भी कार्य कर रही है.
भारतीय रेलवे के सहयोग से स्थापित राइट्स लिमिटेड की सहायक कंपनी, रेलवे ऊर्जा प्रबंधन कंपनी
लिमिटेड (आरईएमसीएल) ने जैसलमेर में 26 मेगावाट विंड मिल की स्थापना की है तथा विद्युत
अधिनियम 2003 की ओपन एक्सेस पॉलिसी के अंतर्गत भारतीय रेल के लिए ऊर्जा प्राप्त करने हेतु
कई अनुबंधों को क्रियान्वित किया है जिसके परिणामस्वरूप भारतीय रेल को काफी बचत हुई है. |
|