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Signimus Tech. के Divyesh Khamele की करिश्माई कहानी,12 साल में वेबसाइट बनाई, 25 वें साल में Excellence Award जीता


मेरी मंजिल मेरे करीब है,

इसका मुझे अहसास है...

गुमान नहीं मुझे, इरादों पे अपने,

ये मेरी सोच और हौंसलों का विश्वास है.....

महज 12 साल में वेबसाइट शुरू करने वाले, कॉलेज के दिनों में ही अपना कारोबारी सफर शुरू करने वाले और अपने 25 वें साल में प्रतिष्ठित एंटरप्रेन्योर रूफ एक्सीलेंस अवार्ड्स पाने वाले Signimus Tech. के Divyesh Khamele पर ये पंक्तियां एकदम सटीक बैठती है। दिव्येश खामले मध्य प्रदेश के खंडवा के हैं। सॉफ्टवेयर इंजीनियर और युवा उद्यमी खामले महज 25 साल की उम्र में ही अपनी कंपनी Signimus Tech. के जरिये कामयाबी की करिश्माई कहानी लिख रहे हैं। उन्हें आईटी समाधान प्रदाता ट्रांसफॉर्मिंग बिजनेस के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए 13 मई 2023 को इंदौर के जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने  एंटरप्रेन्योर रूफ एक्सीलेंस अवार्ड्स से सम्मानित किया। 



इस मौके पर सांसद शंकर लालवानी, इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव और  इंदौर के पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर मौजूद थे। इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सफल उद्यमी की कामयाबी को सम्मान देना और उस पर गर्व करना है। खामले की उपलब्धि पर भला कौन गर्व नहीं करेगा। खेलने कुदने की उम्र में जिस शख्स ने वेबसाइट बना डाली और नौकरी के लिए भाग-दौड़ करने की उम्र में, जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कंपनी खड़ी करके युवाओं को रोजगार दे रहा हो, उसे सम्मानित करके किसी भी सम्मान को सम्मान देना है। 

अवॉर्ड मिलने पर खुशी जताते हुए खामले ने कहा कि- ये अवॉर्ड मुझे मिला है, क्योंकि मैंने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से अपने स्टार्टअप Signimus Tech. को एक सक्सेसफुल कंपनी बनाया है।  Signimus Tech. में हमने 100% तक प्रॉफिट और हेडकाउंट की ग्रोथ अचीव की है। हमारी कंपनी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग और टेक्निकल रिसोर्स आउटसोर्सिंग में एक लीडर है।
इंदौर में एंटरप्रेन्योर रूफ एक्सीलेंस अवार्ड्स हासिल करते हुए
सिग्निमस टेक्नोलॉजीज के संस्थापक युवा उद्यमी दिव्येश खामले

कौन हैं दिव्येश खामले: दिव्येश खामले एक एंटरप्रेन्योर हूं। टेक्नोलॉजी के प्रति उनका गहरा लगाव है।  बचपन से ही उनको टेक्नोलॉजी में बहुत रुचि थी।  जब वे महज 12 साल के थे, तो उन्होंने अपनी पहली वेबसाइट बनाई थी।  2019 में ग्रेजुएट होने के बाद उनकी कारोबारी यात्रा शुरू हुई। एक बार जब उनका कारोबारी सफर शुरू हुआ,तो फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और काफी बड़े-बड़े लक्ष्य हासिल किए। 

कॉलेज में पढ़ते समय ही उन्होंने अपनी स्टार्ट अप कंपनी Signimus Tech. की स्थापना की और तभी से उनका ये सफर शुरू हो गया। अभी तक का उनका ये सफर काफी अनोखा और सफल रहा है।  खामले का कहना है कि उन्होंने काफी उतार-चढ़ाव के साथ 100% तक ग्रोथ हासिल की है। इस दौरान कंपनी के लाभ के साथ ही ग्राहकों और कर्मचारियों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।  वे मानते हैं कि उनकी कंपनी Signimus Tech.  आज पुराने और नए टेक्नोलॉजी के सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, डिजिटल मार्केटिंग और टेक्निकल रिसोर्स आउटसोर्सिंग में एक लीडर है।  खामले को हालांकि पहले से इन क्षेत्रों के बारे में अनुभव नहीं था, लेकिन उन्होंने इसके बारे में तेजी से सीखा और अपनी कंपनी को आगे बढ़ाते रहे।  



कंपनी के बारे में- Signimus Tech., एक प्रशंसित आईटी समाधान प्रदाता कंपनी है, जिसे प्रतिष्ठित उद्योग पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह कंपनी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी समाधान, मानव संसाधन प्रबंधन और डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं देने पर ध्यान देने के साथ, सिग्निमस अभिनव समाधान और ठोस परिणाम चाहने वाले व्यवसायों के लिए एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में उभरा है।

Crowdz.io, dataviz.tesla.com, iPal, Toyota, और TechMahindra जैसे प्रसिद्ध ब्रांडों ने Signimus Tech.,की विशेषज्ञता और सेवाओं का लाभ उठाकर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। Sequoia और Y Combinator जैसे प्रमुख संगठनों द्वारा समर्थित, Signimus Tech., ने optimhire.com, qlan.gg, voxpow.com, और कई अन्य जैसे उल्लेखनीय स्टार्टअप के विकास का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Signimus Tech., ने अत्याधुनिक तकनीक, सहज मानव संसाधन प्रबंधन और प्रभावशाली डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियों पर ध्यान देने के साथ उत्कृष्टता के नए मानकों को स्थापित करते हुए एक उद्योग के नेता के रूप में अपनी स्थिति मजबूत की है।

Signimus Tech., के साथ साझेदारी करके आप व्यवसाय पेशेवरों की एक ऐसी समर्पित टीम तक पहुंच सकते हैं, जिसके पास गहन उद्योग ज्ञान है और जो विकास और सफलता को चलाने वाले अनुरूप समाधान देने के लिए सुसज्जित हैं। विशिष्ट जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई सेवाओं के व्यापक सूट के साथ, सिग्निमस संगठनों को आत्मविश्वास के साथ तेजी से विकसित तकनीकी परिदृश्य को नेविगेट करने में मदद करती है। 

Signimus Tech.,की पुरस्कार विजेता सेवाएं आपके व्यवसाय को कैसे बदल सकती हैं, इस बारे में अधिक जानकारी के लिए, कंपनी की वेबसाइट पर जाएं या सीधे उसकी टीम तक पहुंचें। 

Rajanish Kant सोमवार, 15 मई 2023
स्टार्टअप कंपनियों को बड़ी राहत, 25 करोड़ रुपये तक के एंजल निवेश पर कर छूट

सरकार ने उभरते उद्यमियों को बड़ी राहत देते हुए मंगलवार को स्टार्टअप की परिभाषा में राहत देते हुये कुछ बदलाव किया है। स्टार्टअप कंपनियों में अब 25 करोड़ रुपये तक के निवेश पर एंजल कर से रियाययत होगी। 

इससे पहले, किसी स्टार्टअप में एंजल निवेशकों सहित यदि कुल निवेश 10 करोड़ रुपये तक होता है तो ऐसे स्टार्टअप को कर छूट की सुविधा उपलब्ध थी। पहले के नियमों के मुताबिक कर छूट पाने के लिये एंजल निवेश दस करोड़ रुपये से अधिक नहीं होना चाहिये। 

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने कई ट्वीट में कहा, "किसी भी पात्र स्टार्टअप द्वारा जारी शेयरों अथवा जारी किये जाने वाले शेयरों से सभी निवेशकों से प्राप्त कुल 25 करोड़ रुपये तक की राशि पर छूट होगी।’’ 

सरकार की ओर से उठाया गया यह कदम काफी अहम है। हाल ही में कई स्टार्टअप ने ऐसी शिकायत की थी कि उन्हें एंजल निवेश पर कर नोटिस मिल रहे हैं जिससे उनके कारोबार पर बुरा असर पड़ रहा है। स्टार्टअप ने उन्हें आयकर कानून 1961 की धारा 56(2)-सातबी के तहत भेजे गये नोटिस भेजे गये हैं जिनमें उन्हें एंजल कोषों से मिले धन पर कर देने को कहा गया है। 

मंत्री ने कहा कि आयकर अधिनियम की धारा 56(2) (सात-बी) के तहत स्टार्टअप कंपनियों के लिए निवेश पर छूट पाने की प्रक्रिया को सरल बनाने वाली नई अधिसूचना जल्द जारी की जाएगी। उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) मंगलवार को अधिसूचना जारी करेगी।

समस्या के निदान के लिये सरकार ने कर रियायत देने के लिए स्टार्टअप कंपनियों की परिभाषा का विस्तार किया है और अब उनमें 25 करोड़ रुपये तक के एंजल निवेश को कर रियायत देने का प्रावधान किया है। 

अब "किसी भी इकाई को स्टार्टअप तभी माना जाएगा जब यदि उसका कारोबार पंजीकरण से लेकर अब तक किसी भी वित्त वर्ष में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा नहीं हो। इससे पहले यह सीमा 25 करोड़ रुपये थी।" 

इसके अलावा, इसके अलावा 25 करोड़ रुपये की सीमा से आगे 100 करोड़ रुपये नेटवर्थ या 250 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाली सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा किसी पात्र स्टार्टअप में किये गये निवेश को भी आयकर अधिनियम की धारा 56(2) (सात-बी) के तहत छूट दी जाएगी। 

प्रवासियों, वैकल्पिक निवेश कोष-श्रेणी-1 द्वारा पात्र स्टार्टअप में 25 करोड़ रुपये की सीमा के ऊपर के निवेश को भी इस धारा के तहत छूट मिलेगी। 

यदि उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा किसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को मान्यता दी जाती है तो वह स्टार्टअप भी धारा की 56(2) (सात-बी) के तहत छूट के लिए पात्र होगी। वह स्टार्टअप किसी विशेष संपत्ति में निवेश नहीं कर रहा हो। 

हालांकि, आयकर अधिनियम की धारा की 56(2) (सात-बी) के तहत वे स्टार्टअप छूट पाने के लिए पात्र होंगे जिन्होंने, अचल संपत्ति में निवेश नहीं किया हो। इसके अलावा 10 लाख रुपये से अधिक के वाहन और अन्य इकाइयों को कर्ज और पूंजी समर्थन नहीं दिया हो। 

पात्र स्टार्टअप को कर छूट का लाभ लेने के लिए डीपीआईआईटी के समक्ष सिर्फ हस्ताक्षरित स्व-घोषणा करनी होगी। डीपीआईआईटी इन घोषणाओं को केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के पास भेजेगा।

प्रभु ने कहा कि आयकर अधिनियम की धारा 56 (2) (सात-बी) के तहत पात्र स्टार्टअप में निवेश पर छूट के लिए शेयरों का मूल्यांकन कोई मापदंड नहीं रह जाएगा। 

सरकार के इस कदम पर इंडियन एंजल नेटवर्क के सह-संस्थापक पदमजा रुपेरल ने कहा कि यह एंजल निवेश को बढ़ावा देगा और स्टार्टअप कंपनियों के लिए घेरलू मुद्रा लाने में मदद करेगा। 

लोकलसर्किल्स के संस्थापक सचिन तपारिया ने कहा कि यह स्टार्टअप कंपनियों के लिए बड़ी बाधा को खत्म करेगा। 

(सौ. पीटीआई भाषा)
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Rajanish Kant मंगलवार, 19 फ़रवरी 2019
नीति आयोग की तीन दिवसीय ‘उद्यम पूंजी संगोष्‍ठी 2018’ का शुभारंभ
नीति आयोग विशेष पहल करते हुए विजन इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से उद्यम पूंजी संगोष्‍ठी 2018’ का आयोजन कर रहा है, ताकि फ्रांस और भारत के बीच आर्थिक रिश्‍तों को प्रगाढ़ किया जा सके। फ्रांस के राष्‍ट्रपति इमानुअल मैक्रॉन के दौरे के बाद फ्रांस के 20 सबसे बड़े उद्यम पूंजी और प्राइवेट इक्विटी फंड निवेश अवसरों की तलाश में भारत आ रहे हैं।
तीन दिवसीय उद्यम पूंजी संगोष्‍ठी 2018’  के दौरान फ्रांस के निवेशक भारत के ऐसे 100 स्‍टार्ट-अप्‍स से संवाद करेंगे जो फिलहाल अपने व्‍यवसाय के आरंभिक से लेकर मध्‍यम चरण तक में हैं।
नीति आयोग के सीईओ श्री अमिताभ कांत के सा‍थ-साथ डीआईपीपी में अपर सचिव श्री अतुल चतुर्वेदी ने इस संगो‍ष्‍ठी के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया जिसमें एलेक्‍जेंडर जीगलर, भारत में फ्रांस के राजदूत और श्री यूवेस जेगो, फ्रांस की संसद के उपाध्‍यक्ष ने भी शिरकत की।
श्री अमिताभ कांत ने अपने संबोधन में भारतीय स्‍टार्ट-अप परितंत्र पर फोकस किया और भारत की उद्यमिता क्षमता के साथ-साथ देश के समक्ष मौजूद चुनौतियों को सुलझाने के लिए नवाचार की दिशा में हुई ठोस प्रगति को भी दर्शाया। उन्‍होंने निवेशकों से अनुरोध किया कि वे केवल एक अरब आबादी को लक्षित करने के लिए नहीं, बल्कि सात अरब लोगों के विशाल वैश्विक बाजार के लिए भारत में संबंधित सोल्‍यूशंस का निर्माण करने हेतु भारत पर फोकस करें। उन्‍होंने निवेशकों से भारत में और भी अधिक प्रभावशाली ढंग से अपने कोष का उपयोग करने का अनुरोध किया क्‍योंकि भारत को युवा आबादी, मांग एवं लोकतंत्र के रूप में ‘3डी बढ़त’ हासिल है।
इस संगो‍ष्‍ठी में फ्रांस के अनेक निवेशकों ने भाग लिया जिनमें सैफ्रान वेंचर्स, एरेन ग्रुप, लक्‍जरी टेक, फैशन कैपिटल, एडुक्‍लेवर, ओलिंप कैपिटल, गैलिलियो पार्टनर्स, क्‍लारानोवा, टीएनपी इत्‍यादि शामिल हैं।
चार निवेशक समूहों यथा एरेन ग्रुप, क्‍लारानोवा, ओलिंप कैपिटल और टीएनपी ने भारत में अपने-अपने कार्यालय खोलने की घोषणा की और इसके साथ ही विभिन्‍न क्षेत्रों जैसे कि ऊर्जा, एयरोस्‍पेस, ब्‍लॉकचेन और इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई।
इस संगोष्‍ठी से फ्रांस के निवेशकों, भारतीय निवेशकों, भारतीय स्‍टार्ट-अप्‍स और महत्‍वपूर्ण सरकारी प्राधिकरणों के बीच आसानी से संवाद सुनिश्चित हो रहे हैं। फ्रांस के निवेशक भारत में निवेश परिदृश्‍य के साथ-साथ भारत की सामाजिक-सांस्‍कृतिक समृद्धता की भी तलाश करेंगे।
उद्यम पूंजी संगोष्‍ठी 2018’  का उद्देश्‍य स्‍टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम को आवश्‍यक सहायता प्रदान करना है। स्‍टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम का शुभारंभ भारत के माननीय प्रधानमंत्री ने किया है। यह तीन दिवसीय संगोष्‍ठी नीति आयोग द्वारा आयोजित की जा रही है और विजन इंडिया फाउंडेशन इस आयोजन के लिए ज्ञान साझेदार है।
श्री अतुल चतुर्वेदी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भारत में कारोबार में सुगमता’  बेहतर करने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए अनगिनत कदमों पर प्रकाश डाला।
(स्रोत-पीआईबी)

Rajanish Kant शुक्रवार, 18 मई 2018
देश में स्टार्ट अप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सरकार का ताजा कदम
सरकार ने नवोत्‍पाद और उद्यमी तैयार करने के लिए एक मजबूत तंत्र बनाने के उद्देश्‍य से 16 जनवरी, 2016 को स्‍टार्ट अप इंडिया की शुरूआत की। सरकार का यह उपाय विभिन्‍न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नौकरियों के अवसर पैदा करने के साथ-साथ देश के आर्थिक विकास में मदद कर रहा है।
2.    इस पहल के अंतर्गत औद्योगिकी नीति और संवर्द्धन विभाग ने व्‍यापक आधार वाले मंत्रिस्‍तरीय बोर्ड का गठन करते हुए 11 अप्रैल, 2018 को राजपत्र अधिसूचना संख्‍या 364 (ई) जारी की है ताकि आय कर 1961 के निम्‍नलिखित प्रोत्‍साहनों के दावों के लिए स्‍टार्ट अप के आवेदनों पर विचार किया जा सके :
क. कानून के अनुच्‍छेद 56 के अंतर्गत पात्र स्‍टार्ट अप द्वारा प्राप्‍त शेयर प्रीमियम पर आय कर लेवी से छूट दी जा सके।
ख. कानून के 80 आईएसी के अंतर्गत कर निर्धारण के लगातार सात वर्षों में से तीन वर्ष के लिए स्‍टार्ट अप की आमदनी से प्राप्‍त लाभ और प्राप्ति में शत-प्रतिशत कटौती।
3. कानून के अनुच्‍छेद 56 और अनुच्‍छेद 80 आईएसी के अंतर्गत स्‍टार्ट अप के प्रमाणीकरण के आवेदनों को एक ऑनलाइन पोर्टल के जरिये डीआईपीपी में जमा किया जाएगा। प्रमाणीकरण के लिए इन आवेदनों पर आईएमबी द्वारा विचार किया जाएगा।
4. कानून के अनुच्‍छेद 56 के प्रयोजन के लिए निवेशकों के वर्ग पर कोई प्रतिबंध नहीं है और पात्र स्‍टार्ट अप शेयर पूंजी के लाभ के बदले किसी भी व्‍यक्ति से पूंजी निवेश प्राप्‍त कर सकता है।
5. देश में स्‍टार्ट अप तंत्र को सरल बनाने के सरकार के लगातार जारी प्रयास के रूप में डीआईपीपी सरकारी मंत्रालयों/विभागों, नियामकों, नये निवेशकों और स्‍टार्ट अप सहित साझेदारों के साथ नियमित सलाह-मशविरा कर रहा है। इस अधिसूचना के जरिये लागू संशोधनों का उद्देश्‍य आयकर कानून 1961 के अंतर्गत छूट के सम्‍बन्‍ध में स्‍टार्ट अप की प्रमुख मांग को पूरा करना है।
6. ‍इस अधिसूचना के जरिये संशोधनों को पेश किए जाने के साथ, स्‍टार्ट अप की निधियन तक आसान पहुंच हो सकेगी जिससे नये व्‍यवसाय करने में आसानी होगी, स्‍टार्ट अप तंत्र को बढ़ावा मिलेगा,उद्यमी प्रोत्‍साहित होंगे। इसके परिणामस्‍वरूप अधिक नौकरियां सृजित होंगी और देश का आर्थिक विकास होगा।  
(स्रोत-पीआईबी)

Rajanish Kant गुरुवार, 12 अप्रैल 2018
सरकार ने स्टार्ट अप की परिभाषा में बदलाव किया है, जानिए नई परिभाषा
स्टार्ट अप की परिभाषा में परिवर्तन
केंद्र सरकार ने 16 जनवरी 2016 को नवाचारो और स्टार्टअप को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए उचित वातावरण के निर्माण हेतु स्टार्ट अप इंडिया की शुरूआत की थी। इसका उद्देश्य देश में आर्थिक वृद्धि को गति प्रदान करना और बड़े स्तर पर रोजगार के अवसरो में वृद्धि करना था।
देश में उद्ममशीलता को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने स्टार्टअप की परिभाषा में परिवर्तन किया है। स्टार्टअप की परिभाषा में निम्नलिखित महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं।
  1. स्टार्टअप की अवधि में वृद्धि- स्टार्टअप की स्थापना में लगने वाली दीर्ध उत्पादन पूर्व अवधि को देखते हुए अब पंजीकरण के सात वर्ष तक( पूर्व में 5 वर्ष) स्टार्टअप पर विचार किया जाएगा। हालांकि बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में यह पंजीकरण के 10 वर्ष तक प्रभावी रहेगा।
  2. अनुशंसा के पत्र की आवश्यकता नहीं- किसी भी मान्यता या कर में छूट के लिए किसी इन्व्यबेटर या उद्योग संघ के अनुशंसा पत्र की आवश्यकता नहीं होगी।
  3. रोजगार और संपत्ति सृजन की संभावना- परिभाषा के कार्यक्षेत्र में बढोत्तरी कर इसमें रोजगार उत्पादन या संपत्ति सृजन के व्यापार मॉडल की माननीयता को सम्मिलित किया गया
स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग भागीदारको के साथ गहन विचार-विमर्श कर रहा है। उपरोक्त परिवर्तनो का उद्देश्य नए स्टार्टअप को प्रोत्साहन देकर नए व्यापार को सुगम बनाना और देश को रोजगार की खोज करने वालो के स्थान पर रोजगार निर्माताओ के रूप में बदलना है।
(स्रोत-पीआईबी)
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 
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फिक्स्ड डिपॉजिट-पर्सनल लोन ईएमआई-होम लोन ईएमआई-रिटायरमेंट फंड-रेट ऑफ रिटर्न कैलकुलेटर

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(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

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((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

Rajanish Kant शुक्रवार, 26 मई 2017
स्टार्ट अप बन कैसे संवारे जिंदगी, जानें beyourmoneymanager से
((आंत्रप्रन्योर बनने जा रहे हैं, किन बातों का ध्यान रखना फायदेमंद होगा-
((अबकी बार, शुरू कर दें अपना कारोबार
((स्टार्ट अप बनना है आसान, अगर रखें इन बातों का ध्यान
((छोटे कारोबारियों के जीवन में रंग भरेगा मुद्रा बैंक
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((फाइनेंशियल फ्रीडम (आर्थिक आजादी)-कैसे हासिल करें; Economic or Financial Freedom-How to enjoy 

Rajanish Kant सोमवार, 5 दिसंबर 2016