Results for "CPI"
अप्रैल में खुदरा महंगाई (CPI)बढ़कर 4.58% हुई
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधार (CPI) पर महंगाई में वृद्धि दर्ज की गई है। सोमवार को जारी  आंकड़ों के मुताबिक मार्च के 4.28 % के मुकाबले अप्रैल में 4.58 % मुद्रास्फीति दर्ज की गई।  हालांकि, आम आदमी के लिए राहत की बात यह है कि खाद्य महंगाई दर में तेजी नहीं आई। सब्जियों के दामों में भी नरमी रही, लेकिन अनाज, मांस, मछली और फलों की कीमतों में तेजी रही। कपड़े और जूतों भी महंगे हो गए। 

लगातार तीन महीनों तक खुदरा महंगाई दर में कमी आने के बाद पिछले महीने इसमें उछाल दिखा है। पिछले साल अप्रैल में मुद्रास्फीति दर 2.99 % रही। 

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (CSO) ने बताया कि प्रोटीन की प्रचुरता वाले आइटम्स मांस और मछली की कीमतों में 3.59 % की वृद्धि हुई, जबकि मार्च में यह 3.17 % रही। इसी तरह फलों की महंगाई दर मार्च के 5.78 % के मुकाबले 9.65 % रही। हालांकि, सब्जियों की महंगाई दर मार्च की तुलना में 11.7 % से घटकर 7.29 % रही। 

CSO की ओर से यह भी बताया गया कि फ्यूल और लाइट सेगमेंट में भी पिछले महीने की तुलना में कीमत घटी है। 
(साभार-पीटीआई)
((फाइनेंस का फंडा: भाग-12, CPI महंगाई क्या है 


Rajanish Kant मंगलवार, 15 मई 2018
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित खुदरा महंगाई दर फरवरी, 2018 में 4.44 फीसदी रही


-उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 4.37 फीसदी आंकी गई 
-उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में शहरी क्षेत्रों के लिए 4.52 फीसदी रही

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने आज फरवरी, 2018 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित महंगाई दर के आंकड़े जारी किए। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सीपीआई आधारित महंगाई दर 4.37 फीसदी (अनंतिम) रही, जो फरवरी 2017 में 3.65 फीसदी थी। इसी तरह शहरी क्षेत्रों के लिए सीपीआई आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में 4.52 फीसदी (अनंतिम) आंकी गयी, जो फरवरी 2017 में 3.55 फीसदी थी। ये दरें जनवरी, 2018 में क्रमशः 5.21 तथा 4.93 फीसदी (अंतिम) थीं।

केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने आज फरवरी, 2018 के लिए उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर 
आधारित महंगाई दर के आंकड़े भी जारी किए। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सीएफपीआई आधारित महंगाई दर 3.62 फीसदी (अनंतिम) रही, जो फरवरी 2017 में 2.01 थी। इसी तरह शहरी क्षेत्रों के लिए सीएफपीआई 
आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में 2.45 फीसदी (अनंतिम) आंकी गई, जो फरवरी 2017 में 1.87 फीसदी थी। ये दरें जनवरी, 2018 में क्रमशः 5.05 तथा 4.06 फीसदी (अंतिम) थीं।

अगर शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों पर समग्र रूप से गौर करें तो उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर 
आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में 4.44 फीसदी (अनंतिम) आंकी गई है, जो फरवरी, 2017 में 3.65 फीसदी
 (अंतिम) थी। वहीं, सीपीआई पर आधारित महंगाई दर जनवरी, 2018 में 5.07 फीसदी (अंतिम) थी। इसी तरह यदि  शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों पर समग्र रूप से गौर करें तो उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई)  पर आधारित महंगाई दर फरवरी, 2018 में 3.26 फीसदी (अनंतिम) रही है, जो फरवरी, 2017 में 2.01 फीसदी (अंतिम) थी। वहीं, सीएफपीआई पर आधारित महंगाई दर जनवरी, 2018 में 4.70 फीसदी (अंतिम) थी।

सांख्‍यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्‍वयन मंत्रालय के केन्‍द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने उपभोक्‍ता मूल्‍य सूचकांक  (सीपीआई) के लिए आधार वर्ष को 2010=100 से संशोधित करके 2012=100 कर दिया है।
(Source: pib.nic.in)


खुदरा महंगाई दर (CPI Inflation) के आंकड़े दिसंबर, 2017 के लिए
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Rajanish Kant मंगलवार, 13 मार्च 2018