tag:blogger.com,1999:blog-8199591782134473875.post5657112805524643489..comments2024-03-23T09:02:27.827+05:30Comments on BeYourMoneyManager, आपका पैसा, आप संभालें, Your Money, You Manage: 'बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'Rajanish Kant http://www.blogger.com/profile/07233379987813891194noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-8199591782134473875.post-24296312900430539032020-04-11T16:41:15.172+05:302020-04-11T16:41:15.172+05:30सर आप से विनम्र निवेदन है शेयर मार्केट या फॉरेक्स ...सर आप से विनम्र निवेदन है शेयर मार्केट या फॉरेक्स मार्केट के संबंध में एक पूर्ण विश्लेषण जरूर प्रस्तुत कीजिए। जहां तक मैं जाना और समझा हूं एवं स्वर्गीय राजीव दीक्षित जी के लेख को पढ़ा हैं तब मुझे लगा। शेयर मार्केट के संबंध में आपके समक्ष कुछ जानकारी साझा करूं ताकि लोगों के आर्थिक स्थिति को बुरे से बदतर होने में बचा सके क्योंकि आपके ब्लॉग को बहुत सारे यूजर पढ़ते हैं। जो इस प्रकार है। इसे पढ़ने के बाद और आप राजीव दीक्षित जी के व्याख्यानों का विश्लेषण करने के बाद राष्ट्रीय एवं वैश्विक अर्थ नीति एवं धर्म की दृष्टि से गीता ज्ञान की दृष्टि से कर्म सिद्धांत की दृष्टि से शेयर मार्केट क्या है इसे आप जरूर अपने विश्लेषण में प्रस्तुत कीजिएगा। आपसे मेरी यह प्रार्थना है।<br />जहां तक मैं समझता हूं उस तथ्य को आपके समक्ष व्यक्त कर रहा हूं।<br />जुआं ही नहीं हर वो कर्म जिससे समाज या राष्ट्र को वस्तुएं एवं सेवाएं उपलब्ध नहीं होती है, कर्म सिद्धांत की दृष्टि से जुआं या सट्टा कहलाता है।<br />और दूसरी सच्चाई जब कोई व्यक्ति दूसरे अन्य व्यक्ति,संस्था,उद्योग या कंपनी के व्यवसाय-धंधों में या उनके कर्मों में अपना ब्याज या लाभ ढूंढता है, तब वह कर्म सिद्धांत की दृष्टि से जुआं या सट्टा ही होता है।<br />ऐसा इसलिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपने कर्मो से ही दूसरों की सेवा कर सकता है ना कि दूसरों के कर्मो से दूसरों की सेवा कर सकता है। मनुष्य इस संसार में इसलिए जन्म लेता है ताकि लोगों की ऋण अदायी कर सकें और संपूर्ण दुखों से निवृत्त होकर मुक्ति को प्राप्त हो सके। यह ऋण मात्र स्वयं के अनासक्त कर्मों ( बिना फल की इच्छा से किया जाने वाला कर्म) <br />से ही समाप्त होता है। मनुष्य जीवन में कर्म तीन प्रकार के हो सकते हैं मानसिक वाचिक और शारीरिक। <br />भले ही आज व्यक्ति सेवा भाव से कर्म ना करके फल की इच्छा से कर्म करता है परन्तु वह जुआं नहीं होता क्योंकि कर्म चाहे जिस भाव से किया गया हो कम से कम उस कर्म से समाज को सेवाएं उपलब्ध होती ही होती है।इस प्रकार एक सट्टे एवं जुएं जैसे कर्म से अनंत गुना शुभ है स्वयं के द्वारा किए गए कर्म,भले ही वह फल की इच्छा से क्यों न किए गए हों। यह दृष्टांत धर्म की दृष्टि से,कर्म सिद्धांत की दृष्टि से, गीता ज्ञान की दृष्टि से है। मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि शेयर मार्केट या फॉरेक्स मार्केट निरर्थक कर्म है जिससे संयुक्त व्यक्ति अपने मानव जीवन होने के सिद्धांतों का पालन नहीं कर सकता।<br />निरर्थक कर्म करने से एक व्यक्ति के जीवन में लंबे समय और निरंतर जन्मों में भयावह स्थिति उत्पन्न होती है जिसे आप और हम सोच भी नहीं सकते। इसलिए आपसे पुनः बारंबार अनुरोध है। इस संबंध में एक विस्तार पूर्ण विश्लेषण जरूर प्रस्तुत करें।<br />Alpileanhttps://www.blogger.com/profile/11432026736130533819noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8199591782134473875.post-10717295676497241292020-03-30T22:05:10.776+05:302020-03-30T22:05:10.776+05:30उत्तर प्रदेश में शेयर ब्रोकर्स के यहां जाकर पता कर...उत्तर प्रदेश में शेयर ब्रोकर्स के यहां जाकर पता कर सकते हैं, जैसे मोतीलाल ओसवाल, एंजेल ब्रोकिंग, बगैरह। मेरा कोई कोचिंग सेंटर नहीं है। वैसे आप स्टॉक एक्सचेंज NSE ( www.nseindia.com) और bse (www.bseindia.com) पर जाकर पता कर सकते हैं। स्टॉक एक्सचेंज भी शेयर बाजार की ट्रेडिंग देते हैं। Rajanish Kant https://www.blogger.com/profile/07233379987813891194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8199591782134473875.post-6917317011645731582020-03-30T22:02:10.993+05:302020-03-30T22:02:10.993+05:30शुक्रिया शुक्रिया Rajanish Kant https://www.blogger.com/profile/07233379987813891194noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8199591782134473875.post-80182588443755646702020-03-27T21:03:39.588+05:302020-03-27T21:03:39.588+05:30मुझे भी यह कोर्स सीखना है क्या हिंदी भाषा में भी उ...मुझे भी यह कोर्स सीखना है क्या हिंदी भाषा में भी उपलब्ध है उत्तर प्रदेश में यदि आपका कोई ट्रेनिंग सेंटर हो तो बताइए जो हिंदी भाषा में सिखाता होAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/06815189880149055468noreply@blogger.com