केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को कहा कि वित्तीय संपत्ति बाजार को लेकर भरोसे की कमी की वजह से लोग अब सोने और रीयल्टी क्षेत्र में निवेश करना अधिक पसंद कर रहे हैं।
ईरानी ने स्पष्ट तरीके से अपनी बात रखते हुए कहा कि वह वित्तीय क्षेत्र पर दांव लगाने के बजाय भौतिक संपत्तियों और आसान मियादी जमा को प्राथमिकता देंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर भारतीय सावधि जमा में अपना पैसा रखना चाहते हैं या आभूषण खरीदना चाहते हैं। मैं भी कुछ इसी सोच की हूं।’’
केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कहा कि आज भी लोग यह सोचते हैं कि किसी आपात स्थिति में वे आभूषण बेच सकते हैं या एफडी को तोड़ सकते हैं।
ईरानी ने फाइनेंशियल आफ इंडिपेंडेंट फाइनेंशियल एडवाइजर्स (एफआईएफए) के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज मैं जो सबसे बड़ी चुनौती देखती हूं वह विश्वास या भरोसे की चुनौती है।
ईरानी ने कहा कि हम अपने पैसे को लेकर ‘डरते’ हैं और उसको लेकर साहसी फैसला नहीं कर पाते।
यहां उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ साल से नीतिनिर्माता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि लोगों को अपनी बचत को म्यूचुअल फंड जैसे वित्तीय उत्पादों में लगाना चाहिए तथा साथ ही सोने को भी बाहर निकालना चाहिए।
(सौ. पीटीआई भाषा)
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