अप्रैल में निर्यात 5.17% बढ़ा (डॉलर टर्म में), अप्रैल-मार्च में व्यापार घाटा बढ़कर करीब दोगुना हुआ

भारत का विदेश व्‍यापार : अप्रैल 2018
वाणिज्यिक वस्‍तुओं का व्‍यापार
निर्यात (इसमें पुनर्निर्यात भी शामिल है) :-
अप्रैल, 2018  के दौरान डॉलर के लिहाज से निर्यात अप्रैल, 2017 की तुलना में 5.17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर 25.91 अरब अमेरिकी डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गया। इसी तरह अप्रैल, 2018  के दौरान रुपये के लिहाज से निर्यात अप्रैल, 2017 की तुलना में 7.01 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर 170052.96 करोड़ रुपये के स्‍तर पर पहुंच गया।
अप्रैल 2018 के दौरान निर्यात से जुड़े इन प्रमुख जिंस समूहों ने पिछले वर्ष के समान महीने की तुलना में उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की।
अप्रैल, 2018 के दौरान गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्‍न एवं जेवरात निर्यात अप्रैल 2017 की तुलना में 11.73 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर 19.80 अरब अमेरिकी डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गया।

आयात :-
अप्रैल, 2018  के दौरान डॉलर के लिहाज से आयात अप्रैल, 2017 की तुलना में 4.60 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर 39.63 अरब अमेरिकी डॉलर के स्‍तर पर पहुंच गया। इसी तरह अप्रैल, 2018  के दौरान रुपये के लिहाज से निर्यात अप्रैल, 2017 की तुलना में 6.43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर 260084.67 करोड़ रुपये के स्‍तर पर पहुंच गया।
अप्रैल 2018 के दौरान आयात से जुड़े इन प्रमुख जिंस समूहों ने पिछले वर्ष के समान महीने की तुलना में उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की।
कच्‍चा तेल और गैर-तेल आयात :-
अप्रैल 2018 के दौरान तेल आयात कुल मिलाकर 10.41 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ जो अप्रैल 2017 में हुए तेल आयात की तुलना में 41.49 प्रतिशत अधिक है। इस संबंध में यह उल्‍लेखनीय है कि अप्रैल 2017 की तुलना में अप्रैल 2018 के दौरान वैश्विक स्‍तर पर ब्रेंट का मूल्‍य (डॉलर प्रति बैरल) 35.20 प्रतिशत बढ़ गया। यह जानकारी विश्‍व बैंक के जिंस मूल्‍य आंकड़ों से प्राप्‍त हुई है।
अप्रैल 2018 के दौरान गैर-तेल आयात 29.21 अरब अमेरिकी डॉलर का हुआ, जो अप्रैल 2017 में हुए गैर-तेल आयात की तुलना में 4.30 प्रतिशत कम है।

सेवा व्‍यापार (मार्च, 2018 के लिए) :-
निर्यात (प्राप्तियां) :-
मार्च 2018 के दौरान निर्यात 16.83 अरब अमेरिकी डॉलर (109456.91 करोड़ रुपये) का हुआ जो फरवरी, 2018 के दौरान दर्ज की गई 3.84 प्रतिशत की ऋणात्‍मक वृद्धि दर की तुलना में डॉलर के लिहाज से 7.16 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है (संबंधित महीनों के लिए आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार)।
आयात (भुगतान):-
मार्च 2018 के दौरान आयात 10.28 अरब अमेरिकी डॉलर (66841.93 करोड़ रुपये) का हुआ जो फरवरी, 2018 के दौरान दर्ज की गई 3.01 प्रतिशत की धनात्‍मक वृद्धि दर की तुलना में डॉलर के लिहाज से 1.35 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है (संबंधित महीनों के लिए आरबीआई की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार)।
व्‍यापार संतुलन :-
वाणिज्यिक : अप्रैल 2018 के दौरान व्‍यापार घाटा 13.72 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान हैजबकि अप्रैल 2017 में व्‍यापार घाटा 13.25 अरब अमेरिकी डॉलर दर्ज किया गया था।
सेवाएं :- आरबीआई द्वारा 15 मई, 2018 को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सेवाओं में व्‍यापार संतुलन (सेवाओं का शुद्ध निर्यात) मार्च, 2018 में 6.55 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान लगाया गया है।
समग्र व्‍यापार संतुलन : वाणिज्यिक वस्‍तुओं और सेवाओं को एक साथ ध्‍यान में रखने पर अप्रैल-मार्च, 2017-18 के दौरान समग्र व्‍यापार घाटा 80.61 अरब अमेरिकी डॉलर रहने का अनुमान है, जो अप्रैल-मार्च, 2016-17 में 41.79 अरब अमेरिकी डॉलर था।

(स्रोत-पीआईबी)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से  
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 
(बच्चों को फाइनेंशियल एजुकेशन क्यों देना चाहिए पर हिन्दी किताब- बेटा हमारा दौलतमंद बनेगा)
((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 

कोई टिप्पणी नहीं