फरवरी में 8 कोर उद्योग सालाना आधार पर 1% बढ़ा

आईआईपी में 38% की हिस्सेदारी रखने वाले को सेक्‍टर की ग्रोथ फरवरी में सुस्त पड़ गई है। कोर सेक्टर ने फरवरी 2017 में महज 1% की विकास दर दर्ज की है। यह एक साल का सबसे निचला स्तर है। जनवरी 2017 में कोर सेक्टर की ग्रोथ 3.4% रही थी। पिछले साल फरवरी में कोर सेक्टर की ग्रोथ 9.4% रही थी। अप्रैल से अब तक कोर सेक्टर की ग्रोथ 4.4% रही है। इस दौरान क्रूड, नेचुरल गैस, सीमेंट और रिफाइनरी प्रोडक्शन घटा है। वहीं, कोल और इलेक्ट्रिसिटी प्रोडक्शन बढा है।


फरवरी 2017 में आठ कोर उद्योगों (आधार : 2004-05 = 100) की वृद्धि दर
आठ कोर उद्योगों (आधार : 2004-05 = 100)  की वृद्धि दर का वर्णन नीचे किय जा रहा है।

आठ कोर उद्योगों का संयुक्‍त सूचकांक फरवरी2017 में 180.1 अंक रहाजो फरवरी2016 में दर्ज किए गए सूचकांक के मुकाबले 1.0 प्रतिशत ज्यादा है। वहींवर्ष 2016-17 की अप्रैल-फरवरी अवधि के दौरान आठ कोर उद्योगों की संचयी उत्‍पादन वृद्धि दर 4.4 प्रतिशत रही। औद्योगिक उत्‍पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठ कोर उद्योगों का भारांक (वेटेज) तकरीबन 38 प्रतिशत है।

कोयलाफरवरी2017 में कोयला उत्‍पादन (भारांक: 4.38%) में फरवरी2016 के मुकाबले 7.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। अप्रैल-फरवरी 2016-17 में कोयला उत्‍पादन की वृद्धि दर पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.8 प्रतिशत की वृद्धि रही।

कच्‍चा तेलफरवरी2017 के दौरान कच्‍चे तेल का उत्‍पादन (भारांक: 5.22%) फरवरी2016 की तुलना में 3;4 प्रतिशत घट गया। अप्रैल-फरवरी2016-17 में कच्‍चे तेल का उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2.8 प्रतिशत कम रहा।

प्राकृतिक गैसफरवरी2017 में प्राकृतिक गैस का उत्‍पादन (भारांक: 1.71%) फरवरी 2016 के मुकाबले 1.7 प्रतिशत घट गया। अप्रैल-फरवरी  2016-17 में प्राकृतिक गैस का उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 1.9 प्रतिशत घट गया।

रिफाइनरी उत्‍पाद (कच्‍चे तेल के उत्‍पादन का 93 प्रतिशत)फरवरी2017 में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्‍पादों का उत्‍पादन (भारांक: 5.94%) फरवरी 2016 के मुकाबले 2.3 प्रतिशत घट गया। अप्रैल-फरवरी 2016-17 में पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्‍पादों का उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 5.9 प्रतिशत अधिक रहा।

उर्वरकफरवरी2017 के दौरान उर्वरक उत्‍पादन (भारांक: 1.25%) फरवरी 2016 के मुकाबले 5.3 प्रतिशत घट गया। अप्रैल-फरवरी 2016-17 में उर्वरक उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2.1 प्रतिशत ज्यादा रहा।

इस्‍पात (अयस्‍क + गैर-अयस्‍क)फरवरी2017 में इस्‍पात उत्‍पादन (भारांक: 6.68%) फरवरी 2016 के मुकाबले 8.7 प्रतिशत बढ़ गया। अप्रैल-फरवरी 2016-17 में इस्‍पात उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 9.1 प्रतिशत वृद्धि रही।

सीमेंटफरवरी, 2017 के दौरान सीमेंट उत्‍पादन (भारांक: 2.41%) फरवरी2016 के मुकाबले 15.8 प्रतिशत कम रहा। अप्रैल-फरवरी 2016-17 के दौरान सीमेंट उत्‍पादन बीते वित्‍त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 0.7 प्रतिशत कम रहा।

बिजलीफरवरी2017 के दौरान बिजली उत्‍पादन (भारांक: 10.32%) में फरवरी2016 के मुकाबले 1.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ। अप्रैल-फरवरी 2016-17 में बिजली उत्‍पादन पिछले वित्‍त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 5.0 प्रतिशत ज्‍यादा रहा।

नोट 1: ये आंकड़े अंतरिम हैं। कोयलाकच्चा तेलप्राकृतिक गैसरिफाइनरी 

उत्पादइस्पातसीमेंट और बिजली के संदर्भ में पिछले वर्ष की समान अवधि के लिए प्राप्त संशोधित आंकड़ों के आधार पर संशोधन किया गया है। तदनुसारफरवरी2016 के लिए सूचकांकों को संशोधित किया गया है।

नोट 2: अक्टूबर2016 से ही बिजली उत्पादन के आंकड़ों में नवीकरणीय अथवा अक्षय स्रोतों से प्राप्त बिजली को भी शामिल किया जा रहा है।

नोट 3 : मार्च, 2017 का सूचकांक सोमवार 01 मई, 2017 को जारी किया जाएगा।
(स्रोत- पीआईबी)
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं! 
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री 
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें? 

((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें 

(ब्लॉग एक, फायदे अनेक

Plz Follow Me on: 
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes 

कोई टिप्पणी नहीं