संगमरमर और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स के लिए नई आयात नीति, अगले महीने से लागू

संगमरमर और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स के लिए नई आयात नीति
वाणिज्य विभाग, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार ने संगमरमर और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स तथा संगमरमर और ग्रेनाइट स्लैब्स के लिए नई आयात नीति अधिसूचित की है जो 01 अक्टूबर, 2016 से लागू होगी।
संगमरमर और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स : 01 अक्टूबर, 2016 से लागू होने वाली नई नीति के अंतर्गत संगमरमर और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स के आयात से मात्रात्मक प्रतिबंधों और उनसे संबद्ध प्रशासनिक दृष्टि से जटिल एवं प्रतिबंधात्मक आयात लाइसेंस प्रणाली को समाप्त कर दिया जाएगा। मार्बल ब्लॉक्स के आयात के लिए न्यूनतम आयात मूल्य (एमआईपी) 200 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन कम किया जा रहा है ताकि एमआईपी से संबद्ध विकृतियां दूर की जा सकें। घरेलू निर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए मार्बल और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स पर आयात शुल्क वर्तमान 10 प्रतिशत से चार गुना बढ़ाते हुए 01 अक्टूबर, 2016 से 40 प्रतिशत हो जाएगा।
मार्बल स्लैब्स: 01 अक्टूबर, 2016 से मार्बल स्लैब्स के आयात पर एमआईपी कम करके 40 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ग मीटर किया जा रहा है ताकि एमआईपी संबंधित विसंगतियां दूर की जा सके। घरेलू निर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए मार्बल और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स पर आयात शुल्क वर्तमान 10 प्रतिशत से दो गुना बढ़ाते हुए 01 अक्टूबर, 2016 से 20 प्रतिशत हो जाएगा।
ग्रेनाइट स्लैब्स: 01 अक्टूबर, 2016 से ग्रेनाइट स्लैब्स के आयात पर एमआईपी कम करके 50 अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ग मीटर किया जा रहा है ताकि एमआईपी संबंधित विसंगतियां दूर की जा सके। घरेलू निर्माताओं के हितों की रक्षा के लिए ग्रेनाइट स्लैब्स और ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स पर आयात शुल्क वर्तमान 10 प्रतिशत से दो गुना बढ़ाते हुए 01 अक्टूबर, 2016 से 20 प्रतिशत हो जाएगा।
नई नीति का लक्ष्य घरेलू उपभोक्ताओं, निर्माताओं और प्रोसेर्स के हितों के बीच संतुलन कायम करना और मार्बल तथा ट्रेवरटाइन ब्लॉक्स के आयात के लिए भारी भरकम लाइसेंस प्रणाली को समाप्त करना है।

Source:pib.nic.in

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