जोखिम (रिस्क) क्या है? रिटर्न क्या है?

कोई भी शख्स बेहतर रिटर्न या फायदे के लिए अपने पैसों का किसी भी निवेश साधन में निवेश करता है लेकिन, निवेश के साथ एक दिक्कत ये भी है कि इसके साथ जोखिम या रिस्क भी जुड़ा रहता है। किसी निवेश साधन में अधिक मुनाफे या रिटर्न की अगर गुंजाइश है तो वहां अधिक नुकसान की भी आशंका प्रबल बनी रहती है। मसलन,शेयर बाजार, म्युचुअल फंड

वहीं अगर आपके निवेश की सुरक्षा और निश्चित रिटर्न की अगर गारंटी हो, तो उससे बढ़ती महंगाई के असर को कम करना मुश्किल होता है। क्योंकि निवेश का एक फंडा ये भी है कि आप जहां भी पैसे लगाएं हों,उससे मिलने वाला रिटर्न महंगाई दर के मुकाबले ज्यादा हो। वरना आपके पैसे की वैल्यू तो बढ़ेगी ही नहीं, यानी आपके निवेश का कोई फायदा नहीं नहीं होगा। बैंक एफडी, आरडी, बैंक बचत खाता बगैरह निवेश के सुरक्षित साधन तो हैं लेकिन इससे रिटर्न भी काफी कम मिलता है।

तो, आइए जानते हैं जब आप कहीं पैसे लगाते हैं तो उस दौरान रिटर्न और रिस्क के क्या मायने होते हैं ....

> रिटर्न (Return) :
-आपके निवेश पर एक निश्चित अवधि के दौरान मिलने वाला फायदा रिटर्न,
मुनाफा या ब्याज कहलाता है।
-बैंक में निवेश पर वाला रिटर्न आमतौर पर ब्याज के नाम से जाना जाता है।
-आमतौर पर सुरक्षित निवेश कम रिटर्न देता है, लेकिन असुरक्षित निवेश
ज्यादा रिटर्न देता है। साथ ही कभी-कभी सारा निवेश डूब भी जाता है।
-निवेश के बहुत सारे कम अवधि के, मध्यम अवधि के और दीर्घ अवधि के
निवेश विकल्प मौजूद हैं।


> जोखिम (रिस्क-Risk) जोखिम क्या है
-एक खास अवधि के दौरान आपके निवेश पर नुकसान होने की आशंका
जोखिम कहलाता है।
-जोखिम को इस तरह से परिभाषित किया जा सकता है कि कोई व्यक्ति अपना
पूरा पैसा या उसका हिस्सा निवेश में गंवाने को तैयार है
-आमतौर पर जोखिम भरा निवेश अधिक रिटर्न का रिवार्ड भी देता है
-जानकारों के मुताबिक, रिटर्न की संभावना के साथ जोखिम भी बढ़ता है यानी
अधिक रिस्क तो रिटर्न मिलने की संभावना भी उतनी अधिक।
-शेयर बाजार और म्युचुअल फंड में अनिश्चित रिटर्न, असुरक्षा जोखिम है तो
सरकारी बॉन्ड और बचत खाता में मुद्रास्फीति दर के मुकाबले कम रिटर्न का
जोखिम है।
-अगर मुद्रास्फीति दर के मुकाबले रिटर्न कम है तो निवेश वास्तव में निरर्थक
हो गया।
-आप निवेश में बने रहें, इसलिए ये जरूरी है कि आप अपने जोखिम का प्रबंधन
करने के लिए आवश्यक उपाय करें।

> कैसे करें जोखिम का प्रबंधन (How to manage your Risk):
-एक बार जब आप किसी खास संपत्ति में निवेश करते हैं तो अपने
निवेश पर नजर रखें
-निवेश में किसी संभावित नुकसान से बचने के लिए बाजार में घट
रही विभिन्न घटनाओं के बारे में दुरुस्त जानकारी रखें
-जब असमान्य रिटर्न की पेशकश की जा रही हो तो ऐसे निवेश में निहित
संभावित जोखिम का पता लगाएं

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