ECB ने बान्ड खरीदारी प्रोग्राम में कई बदलाव किए

ECB यानी यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने कम होती महंगाई और सुस्त इकोनॉमी से निपटने के लिए  मौजूदा बान्ड खरीदारी प्रोग्राम (quantitative easing-QE) में कई बदलाव किए हैं। हालांकि, प्रोग्राम के तहत बान्ड खरीदारी की मौजूदा राशि 60 अरब यूरो ($63.5 अरब) प्रति महीने में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बैंक ने इकोनॉमी में जान फूंकने और महंगाई दर को वापस 2% पर लाने के लिए इस साल मार्च में बान्ड खरीदारी प्रोग्राम शुरू
किया था।

बैठक में लिए गए फैसले:
- बान्ड खरीदारी प्रोग्राम की समयसीमा 6 महीने और बढ़ाई गई। पहले सितंबर 2016 में
ये प्रोग्राम खत्म होने वाला था, लेकिन अब खत्म होने की तारीख मार्च 2017 कर दी गई
है।
-अब स्थानीय और क्षेत्रीय सरकार के भी बान्ड खरीदे जाएंगे
- डिपॉजिट रेट घटाकर (-0.20%) से घटाकर (-0.30%) किया
-रिफाइनेंस रेट (ECB से लिए गए उधार पर बैंकों द्वारा किया
गया भुगतान ) को 0.05% पर स्थिर रहने दिया गया
-महंगाई अनुमान में संशोधन करते हुए 2016 में 1% और 2017 में 1.6% कर दिया
-अगले साल बान्ड खरीदारी प्रोग्राम की समीक्षा होगा

25 सदस्यीय गवर्निंग काउंसिल वाले ईसीबी के प्रेसिडेंट मारियो द्राधी ने कहा कि इस फैसले से हमें हमारे लक्ष्य हासिल करने में पर्याप्त मदद मिलेगी। द्राघी की मानना है कि डिपॉजिट रेट में कमी से पॉलिसी ट्रांसमिशन में सुधार आएगी। उनके मुताबिक, अगले साल वसंत में बान्ड खरीदारी प्रोग्राम की समीक्षा की जाएगी।

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