खेल-खेल में सीखें फाइनेंशियल प्लानिंग के गुर

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अगले महीने से शुरू हो रही सीमित ओवरों की सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान शनिवार (19 दिसंबर) को कर दिया गया है।

टीम में कुछ नए चेहरे शामिल किए गए, तो कुछ पुराने खिलाड़ियों, जो कि लंबे समय से टीम से बाहर चल रहे थे, उनको भी शामिल किया गया है। वहीं, कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जो कि पहले से टीम में थे, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ टीम में शामिल नहीं किया गया। खेल जगत के लिए ये बड़ी खबर है, लेकिन अगर आप इस खबर के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग के गुर सीखना चाहें, तो सीख सकते हैं।

> सीरीज: भारत-ऑस्ट्रेलिया अगले महीने से 
फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए सीरीज का मतलब: इसका मतलब आप अपने लक्ष्य से निकाल सकते हैं। मसलन ; छोटी अवधि के लिए, मध्यम अवधि के लिए और लंबी या दीर्ध अवधि के लिए। छोटी अवधि के लक्ष्य में आप अगले महीने अपने बेटे की स्कूल फीस, घर का मेनटेनेंस चार्ज या फिर इंश्योरेंस प्रीमियम का भुगतान शामिल कर सकते हैं। मध्यम अवधि के लिए घर खरीदने के लिए डाउन पेमेंट का इंतजाम या फिर विदेश में सैर-सपाटा शामिल कर सकते हैं जबकि लंबी या दीर्घ अवधि के लिए रिटायरमेंट फंड जुटाने की रणनीति बना सकते हैं।

((सिर्फ तीन कदमों में कैसे पूरी करें फाइनेंशियल प्लानिंग की दुनिया

> वन डे टीम: शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, मनीष पांडे, महेंद्र सिंह धोनी, आर अश्विन, रविंद्र जाडेजा, मोहम्मद शमी, अक्षर पटेल, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, गुरकीमत मान, ऋषि धवन और बरिंदर शरण।

> T-20 टीम: शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, युवराज सिंह, महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, आर अश्विन, रविंद्र जाडेजा, मोहम्मद शमी, हरभजन सिंह, उमेश यादव, हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार और आशीष नेहरा।

> फाइनेंशियल प्लानिंग के संदर्भ में टीम के मायने: टीम का मतलब आप निवेश की सूची यानी अपने पोर्टफोलियो से निकाल सकते हैं, जो कि आपके वित्तीय (फाइनेंशियल) लक्ष्य को पूरे करने में मदद करे। तो इस प्रकार आप अपनी टीम (पोर्टफोलियो) में इन इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट को शामिल कर सकते हैं...शेयर्स, म्युचुअल फंड, पीपीएफ, छोटी बचत स्कीम्स, बैंक FD, RD, सोना/चांदी, बान्ड, ज्वैलरी, प्रॉपर्टी, इंश्योरेंस।

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((म्युचुअल फंड के जरिए फाइनेंशियल प्लानिंग पूरी करें

> T-20 टीम में युवराज सिंह ने फाइटबैक किया। बता दें कि युवराज सिंह के पिछले साल अप्रैल में श्रीलंकी के
खिलाफ T-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में खराब प्रदर्शन के बाद टीम से छुट्ठी हो गई थी। लेकिन, उन्होंने हार नहीं
मानी। हाल ही में युवी ने विजय हजारे ट्रॉफी में दो बार सेंचुरी के खिलाफ आकर चुके जबकि रणजी ट्रोफी में
गुजरात के खिलाफ अक्टूबर में 187 रन की पारी खेली। यानी युवी के घरेलू मैचों में हालिया बेहतर प्रदर्शन से
टीम में वापसी का रास्ता हुआ।

फाइनेंशियल प्लानिंग के नजरिये से इसका मतलब:  जब भी आप पोर्टफोलियो बनाएं तो किसी भी इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट के हाल के प्रदर्शन पर जरूर ध्यान दें। कोई जरूरी नहीं है कि कुछ समय पहले  बेहतर प्रदर्शन करने वाले इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट आगे भी ऐसा ही प्रदर्शन करें।

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>सुरैश रैना की वनडे टीम से छुट्टी: इसमें कोई शक नहीं है कि सुरैश रैना भारतीय टीम के भरोसेमंद खिलाड़ी हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वन डे टीम में उनको शामिल नहीं किया गया है। इसकी वजह है,वो काफी समय से नाकाम चल रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हालिया संपन्न वनडे सीरीज के पांचो मैच में वो नाकाम रहे थे। विजय हजारे वनडे ट्रोफी में भी उनका बैट खामोश रहा। टेस्ट टीम से वो पहले से ही बाहर चल रहे हैं।
अगर आप अपना फाइनेंशियल लक्ष्य बना रहे हैं, तो रैना को बाहर किए जाने के सिलेक्टर्स के फैसले से कुछ सीख सकते हैं। मसलन, कुछ समय पहले भले ही कोई इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट बेहतर रिटर्न दे चुका हो, लेकिन हाल
के दिनों में वो बेहतर रिटर्न देने में नाकाम साबित हो रहा हो, तो उसे आप अपने पोर्टफोलियो में शामिल ना कर
अच्छा कदम उठा सकते हैं।

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> टीम में नए चेहरे: हार्दिक पंड्या को दोनों टीम में जगह मिली है जबकि बरिंदर सरण और ऋषि धवन को
वनडे टीम में चुना गया है। पंजाब से खेलने वाले लेफ्ट आर्म मीडियम पेसर बरिंदर ने इस महीने विजय हजारे
ट्रोफी में 13 विकेट लेकर सिलेक्टर्स का ध्यान अपनी ओर खींचा। बरिंदर लोअर ऑर्डर में जरूरत पड़ने पर तेज
रन बना सकते हैं। यानी बरिंदर का हालिया प्रदर्शन और लोअर ऑर्डर में उनके अच्छे प्रदर्शन की काबिलियत
टीम में चुने जाने की वजह बनी।

यानी सिर्फ हाल के प्रदर्शन ही नहीं अगर किसी भी ऑर्डर में किसी खिलाड़ी के प्रदर्शन की काबिलियत उसे टीम
में जगह दिला सकती है। इससे फाइनेंशियल प्लानिंग के संदर्भ में ये सीख मिलती है कि किसी भी इन्वेस्टमेंट
प्रोडक्ट का केवल हालिया प्रदर्शन ही नहीं, बल्कि उसकी जरूरत हो, तभी अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें।

बात अगर शामिल किए गए नए चेहरे ऋषि धवन की करें तो हिमाचल प्रदेश और IPL किंग्स इलेवन पंजाब की
तरफ से खेलने वाले 25 साल के ऋषि ऑलराउंडर राइट आर्म बोलिंग के साथ ही तूफानी बैटिंग के लिए मशहूर
हैं। इस सीजन ऋषि का प्रदर्शन काफी शानदार था।

यानी आपको अपने पोर्टफोलियो में ऐसा इन्वेस्टमेंट प्रोडक्ट भी रखना होगा, जिसका हालिया प्रदर्शन तो अच्छा रहा ही हो, साथ ही हर हाल, मार्केट की हालत कैसी भी हो, में बेहतर रिटर्न देने की ताकत भी रखता है।

उम्मीद है खेल-खेल में फाइनेंशियल प्लानिंग के गुर आप भी सीख गए होंगे।

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1 टिप्पणी

  1. हम क्या रहते हैं, परन्तु हमारे पड़ोसियों के लिए खेल बनाने के लिए, और हमारे बदले में उन पर हंसते हैं?

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