बचत करना हम ज्यादातर हिन्दुस्तानियों के खून में है लेकिन जिस तरह हमारे सेहत के लिए शरीर के अंदर खून का बिना किसी बाधा के बहते रहने जरूरी है उसी तरह हमारे पैसों की वैल्यू बढ़ते रहना या अपने पैसों से ज्यादा से ज्यादा मुनाफा या ब्याज कमाना हमारी आर्थिक जीवन के लिए बहुत जरूरी है।
सवाल है कि हमारे पैसों की वैल्यू कैसे बढ़े। अगर आप अपने पैसों की वैल्यू नहीं बढ़ाएंगे तो महंगाई उसकी कीमत कम कर देगी। साथ ही भविष्य की कई सारी आर्थिक योजनाएं धरी की धरी रह जाएगी या फिर कर्ज के झाल में फंस जाएंगे।
एक उदाहरण से समझिए आपके लिए पैसों की वैल्यू बढ़ाना क्यों जरूरी है। हमारे यहां हर महीने थोक महंगाई दर और खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होते हैं। फिलहाल तो ये दोनों आंकड़े काफी काबू में हैं लेकिन आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। मान लिया अभी आपने 100 रुपए की बचत की है अगले साल कोई सामान खरीदने के लिए और महंगाई की दर औसतन 6% हो। ऐसे में 100 रुपए के सामान की कीमत अगले साल 106 रुपए हो जाएगी जबकि आपके पास 100 के 100 रुपए ही हैं। यानी आपको आपकी बचत पर 6 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में आपको ऐसे साधनों में पैसा लगाना होगा जो कि कम से कम 6% (टैक्स बगैरह काट के) से ज्यादा का रिटर्न दे। ऐसे में बचत और निवेश का फर्क समझना बहुच जरूरी है।
बचत:
-कम जोखिम वाले और रिटर्न के पूर्वानुमान वाले साधन
-ऐसे साधन, जिससे जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द पैसा निकाला जा सके
-मसलन, बैंक सेविंग्स या फिक्स्ड डिपॉजिट, जहां से आप तुरंत पैसे निकाल सकते हैं
-आपके पैसों की सुरक्षा की पूरी गारंटी
-लेकिन, ब्याज या रिटर्न काफी कम 4% या कुछ बैंकों में 6 %
निवेश:
-बचत के मुकाबले ज्यादा रिटर्न
-लेकिन, जोखिम ज्यादा, आपके पैसों की सुरक्षा की गारंटी नहीं
-निवेश का उद्देश्य लंबी अवधि के लिए पूंजी निर्माण (Wealth Creation) करना
-निवेश के साधन, शेयर बाजार, म्युचुअल फंड, बॉन्ड,
करेंसी फ्यूचर, इंटरेस्ट रेट फ्यूचर
((बैंक FD, सेविंग्स डिपॉजिट से बेहतर क्यों है लिक्विड फंड
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/07/fd.html
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/1.html
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/2.html
((सिर्फ तीन कदमों में कैसे पूरी करें फाइनेंशियल प्लानिंग की दुनिया
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/04/blog-post_20.html
((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/04/blog-post_22.html
(('आर्थिक स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है'
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post_17.html
((शेयर बाजार; पैसा लगाने से पहले जानकारी लेना जरूरी
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/06/blog-post_69.html
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/03/blog-post_14.html
सवाल है कि हमारे पैसों की वैल्यू कैसे बढ़े। अगर आप अपने पैसों की वैल्यू नहीं बढ़ाएंगे तो महंगाई उसकी कीमत कम कर देगी। साथ ही भविष्य की कई सारी आर्थिक योजनाएं धरी की धरी रह जाएगी या फिर कर्ज के झाल में फंस जाएंगे।
एक उदाहरण से समझिए आपके लिए पैसों की वैल्यू बढ़ाना क्यों जरूरी है। हमारे यहां हर महीने थोक महंगाई दर और खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी होते हैं। फिलहाल तो ये दोनों आंकड़े काफी काबू में हैं लेकिन आमतौर पर ऐसा होता नहीं है। मान लिया अभी आपने 100 रुपए की बचत की है अगले साल कोई सामान खरीदने के लिए और महंगाई की दर औसतन 6% हो। ऐसे में 100 रुपए के सामान की कीमत अगले साल 106 रुपए हो जाएगी जबकि आपके पास 100 के 100 रुपए ही हैं। यानी आपको आपकी बचत पर 6 रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में आपको ऐसे साधनों में पैसा लगाना होगा जो कि कम से कम 6% (टैक्स बगैरह काट के) से ज्यादा का रिटर्न दे। ऐसे में बचत और निवेश का फर्क समझना बहुच जरूरी है।
बचत:
-कम जोखिम वाले और रिटर्न के पूर्वानुमान वाले साधन
-ऐसे साधन, जिससे जरूरत पड़ने पर जल्द से जल्द पैसा निकाला जा सके
-मसलन, बैंक सेविंग्स या फिक्स्ड डिपॉजिट, जहां से आप तुरंत पैसे निकाल सकते हैं
-आपके पैसों की सुरक्षा की पूरी गारंटी
-लेकिन, ब्याज या रिटर्न काफी कम 4% या कुछ बैंकों में 6 %
निवेश:
-बचत के मुकाबले ज्यादा रिटर्न
-लेकिन, जोखिम ज्यादा, आपके पैसों की सुरक्षा की गारंटी नहीं
-निवेश का उद्देश्य लंबी अवधि के लिए पूंजी निर्माण (Wealth Creation) करना
-निवेश के साधन, शेयर बाजार, म्युचुअल फंड, बॉन्ड,
करेंसी फ्यूचर, इंटरेस्ट रेट फ्यूचर
((बैंक FD, सेविंग्स डिपॉजिट से बेहतर क्यों है लिक्विड फंड
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((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/1.html
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-2
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((सिर्फ तीन कदमों में कैसे पूरी करें फाइनेंशियल प्लानिंग की दुनिया
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((टीचर हैं तो क्या हुआ, फाइनेंशियल प्लानिंग करना तो, बनता है बॉस
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(('आर्थिक स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है'
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((शेयर बाजार; पैसा लगाने से पहले जानकारी लेना जरूरी
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((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
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