डॉक्टर कैसे ठीक रखें फाइनेंशियल सेहत

डॉक्टर को लोगों की सेहत को ठीक रखने, उनकी बीमारी का इलाज करने में भले ही महारथ हासिल हो, लेकिन बात जब फाइनेंशियल सेहत, या फिर  इन्वेस्टमेंट की हो, तो ज्यादातर डॉक्टर आम लोगों के जैसे ही होते हैं। वो
भी इन्वेस्टमेंट के लिए अपने सीए, इंश्योरेंस एजेंट या फिर प्राइवेट बैंकर पर निर्भर रहते हैं।

डॉक्टर भी अपनी जीतोड़ मेहनत की कमाई या तो बैंक में यूं ही पड़े रहने देते हैं जिस पर काफी कम रिटर्न मिलता है या फिर ऐसी चीजों में मसलन, लग्जरी कार बगैरह में पैसे खर्च कर देते हैं, भविष्य में जिसकी
कीमत कम होने वाली होती है। इससे आप एसेट्स का निर्माण नहीं कर पाते हैं।

कुछ डॉक्टर तो टैक्स बचाने के चक्कर में प्रॉपर्टी और सोना में पैसा लगाते जाते हैं।  कई तो बिना सोचे-समझे इतनी ज्यादा और महंगी इंश्योरेंस पॉलिसी ले लेते हैं कि उसका प्रीमियम चुकाने में ही अच्छा-खासा पैसा
खर्च कर देते हैं।

क्या करें डॉक्टर
-अपनी आमदनी को छुपाएं नहीं, पूरा टैक्स चुकाएं, आईटी
रिटर्न फाइल करें

-अपने व्यस्तम दिनचर्या से कुछ समय अपनी फाइनेंशियल सेहत
सुधारने में दे

-अपने सीए, इंश्योरेंस एडवाइजर के बदले किसी भी निवेश के बारे
में खुद से फैसला लें

-अपनी जरूरत के मुताबिक, इंश्योरेंस पॉलिसी लें

-बैंक में या घर में कैश पड़ने रहने से भविष्य में उसकी कीमत
कम होती जाती है, क्योंकि लगातार महंगाई बढ़ने से रुपए
की कीमत तभी बढ़ेगी, जब उसे ऐसे साधनों में निवेश किया
जाए, जहां महंगाई को मात देने वाला रिटर्न मिले। साथ ही
आपका पैसा सुरक्षित भी रहे और टैक्स का भी बोझ ना उठाना
पड़ा।

-डॉक्टर का पूरा काम उसके नाम पर चलता है। इसलिए नाम खराब
होने वाला कोई काम उसे नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसा कोई फैसला
ना लें जिससे कभी भी आप पर टैक्स चोरी का इल्जाम लगे।

-फाइनेंशियल प्लानिंग को हमेशा तरजीह दें

-क्वालिटी शेयर, बॉण्डस, म्युचुअल फंड और सेविंग्स स्कीम्स का
पोर्टपोलियो तैयार करें, लंबी अवधि के नजरिया रखें

-एक इमर्जेंसी फंड जरूर बनाएं

याद रखें, भविष्य में कम रिटर्न के लिए अभी ज्यादा पैसों का भुगतान करना सही रणनीति नहीं कही जा सकती है।

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